नैनीताल : हल्द्वानी नगर निगम के नाम से बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। जालसाज ने फर्जी चेक और स्टांप की मदद से नगर निगम को 3.35 लाख रुपये की चपत लगाने की योजना बनाई थी। फर्जीवाड़े वाला यह चेक क्लीयरेंस के लिए बीओबी की मुख्य शाखा में पहुंच गया। बैंक की जांच में चेक फर्जी मिलने की बात सामने आने पर नगर निगम और बैंक अधिकारियों में हड़कंप मच गय। कमर जहां के नाम जारी फर्जी चेक जिला सहकारी बैंक की नगर शाखा में जमा हुआ था। 21 सितंबर की तिथि को जारी चेक जिला सहकारी बैंक के माध्यम से क्लीयरेंस के लिए बीओबी की तिकोनिया स्थित मुख्य शाखा में पहुंचा। चलन से बाहर हो चुके चेक व गलत एकाउंट नंबर देखकर बैंक कर्मी का दिमाग चकराया। जालसाजी किस स्तर से हुई, चेक कहां से जेनरेट हुआ, अधिकारी इस पर कुछ नहीं कह पा रहे हैं।जालसाज ने फर्जी चेक का तानाबाना बड़ी सावधानी से बुना। राइटिंग मैच न हो, इसके लिए नाम व राशि टाइप राइटर से टाइप करवाई गई। बैंक की मुहर लगे चेक का प्रयोग किया गया। बीओबी में 14 डिजिट का अकाउंट नंबर चलता है। जालसाज ने 15 डिजिट का अकाउंट नंबर लिखा है। यहां तक कि नगर निगम की फर्जी मुहर तक तैयार की गई।मुख्य प्रबंधक बीओबी, सीएस बोरा ने बताया कि चेक 2005 का है। अब यह चलन से बाहर हो चुके हैं। अकाउंट नंबर, मुहर व हस्ताक्षर फर्जी हैं। नगर निगम व संबंधित बैंक को इसकी सूचना दे दी है।सीएस मर्तोलिया, नगर आयुक्त का इस बारे में कहना है कि चेक बुक, मुहर, अकाउंट नंबर हमारा नहीं है। हमारे यहां सिंगल हस्ताक्षर से खाता संचालित नहीं होता। बैंक से लिखित आने के बाद कोई कार्रवाई की जाएगी।योगिता उपाध्याय, बैंक प्रबंधक डीसीबी नगर शाखा ने कहा कि मैं आज (मंगलवार) मीटिंग में थी। फिलहाल ऐसा मामला मेरी जानकारी में नहीं आया है। देखना पड़ेगा। वैसे चेक क्लीयरेंस के लिए मुख्य ब्रांच से जाते हैं।