नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के जुझारू प्रदर्शन के दम पर दूसरा वनडे टाई रहने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम शनिवार को पुणे में तीसरे मैच में उतरेगी तो भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की वापसी के साथ गेंदबाजी में बेहतर प्रदर्शन के जरिये उसका इरादा बढ़त दोगुनी करने का होगा।भारत ने गुवाहाटी में खेले गए पहले वनडे में वेस्टइंडीज को आठ विकेट से हराया था, जबकि विशाखापत्तनम में दूसरा वनडे मेहमानों ने आखिरी गेंद पर टाई करा लिया, जिससे भारत ने वहां पांच मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त लेने का मौका गंवा दिया।भुवनेश्वर और बुमराह की गैरमौजूदगी में भारत ने दोनों मैचों में कैरेबियाई टीम को 320 से ज्यादा रन बनाने का मौका दे दिया। उमेश यादव और मुहम्मद शमी की तुलना में भुवनेश्वर और बुमराह सफेद के पास सफेद गेंद की क्रिकेट में ज्यादा विविधता हैं और उम्मीद है कि इन दोनों की मौजूदगी से अंतर साफ नजर आएगा। खासतौर से पावरप्ले और अंतिम ओवरों में भारत का प्रदर्शन बेहतर होगा ।इंग्लैंड में अगले साल होने वाले विश्व कप से पहले भारत को सिर्फ 16 वनडे मैच और खेलने हैं। ऐसे में जब एमसीए अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में जब भारतीय टीम मैदान पर उतरेगी तो मध्य क्रम की अस्थिरता और निचले मध्य क्रम के बल्लेबाजों के प्रदर्शन में निरंतरता के अभाव जैसे मसलों से कप्तान विराट कोहली को पार पाना होगा। सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़कर सबसे तेज 10000 वनडे रन बनाने वाले बल्लेबाज बने कोहली टीम के प्रदर्शन की धुरी रहे हैं। उन्होंने लगातार दो शतक (140 और नाबाद 157) बनाए और अब तक सीरीज में अपने नाम 297 रन दर्ज करा चुके हैं। उनकी नजरें एक और बड़ी पारी खेलने पर लगी होंगी।