देहरादून: दीपावली पर 24 घंटे बिजली आपूर्ति को लेकर उत्तराखंड पावर कारपोरेशन ने आइएसबीटी स्थित एसएलबीसी कार्यालय में कंट्रोल रूम तैयार कर लिया है। अब सभी डिवीजनों में पेट्रोलिंग यूनिटें गठित की जा रही हैं। ये यूनिट अपने-अपने क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति पर नजर रखेंगी। मुख्यालय की ओर से सभी डिवीजनों में आपात स्थिति के लिए अतिरिक्त ट्रांसफार्मर की भी व्यवस्था कर दी गई है।
यूपीसीएल के प्रवक्ता एके सिंह ने बताया कि कंट्रोल रूम तैयार हो चुका है। इसमें अतिरिक्त कर्मियों की भी तैनाती की गई है। इसके अलावा सभी डिवीजनों में टीमें भी गठित की जा रही हैं। इनमें चीफ इंजीनियर, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर, ईई, एसडीओ, एई होंगे। ये टीमें अपने क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति पर नजर रखेंगी।
साथ ही लोकल फॉल्ट को तुरंत सही कराएंगी। कहा कि किसी ट्रांसफार्मर में बड़ा फॉल्ट होने की स्थिति से निपटने के लिए भी तैयारी की जा रही है। सभी डिविजनों में मुख्यालय से ट्रांसफार्मर भेजे गए हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें बदला भी जा सके।
चार घंटे गुल रही बिजली
शहर में विद्युत पोल एवं लाइनों के मरम्मत कार्य के चलते पिछले कई दिनों से दून की जनता को बिजली की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बिंदाल, घंटाघर, विजय कॉलोनी, तिलक रोड, मच्छी बाजार, किशन नगर में करीब चार घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रही। इससे हजारों लोग परेशान रहे। वहीं, व्यापारियों को भी दिक्कत उठानी पड़ी।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत इन क्षेत्रों में सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक का शटडाउन लिया गया। वहीं, कारगी, मोथरोवाला, लाडपुर, रायपुर रोड समेत कई अन्य क्षेत्रों में भी एक से दो घंटे की अघोषित कटौती की गई। यूपीसीएल का कहना है कि एक-दो दिन में यह कार्य पूरा हो जाएगा। इसके बाद शटडाउन नहीं लिया जाएगा।
दून में बिजली समस्या दूर करेगा हर्रावाला सब स्टेशन
दून में गैस इंसुलेटेड स्विचगियर (जीआइएस) तकनीक का 220/33 केवी सब स्टेशन भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (आइआइपी) हर्रावाला परिसर में तैयार हो चुका है। इस सब स्टेशन से शहर के हर्रावाला, मियांवाला, अजबपुर स्थित सब स्टेशनों में बिजली आपूर्ति होगी। इससे छह लाख की आबादी को लाभ मिलेगा।
खास बात यह भी कि इस स्टेशन से मिलने वाली बिजली में वॉल्टेज में अप-डाउन की समस्या भी नहीं आएगी। पिटकुल का दावा है कि इस सब स्टेशन के संचालित होने से दून में बिजली आपूर्ति में काफी हद तक सुधार आएगा।
पिटकुल द्वारा इस सब स्टेशन से यूपीसीएल के 33 केवी आइआइपी, 33 केवी मियांवाला व 33 केवी अजबपुर सब स्टेशन को जोड़ दिया गया है। इन तीनों सब स्टेशन के क्षेत्रों में पिछले पांच-दस वर्षों से बिजली की मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। विद्युत मांग अधिक होने के कारण यह सब स्टेशन पर्याप्त बिजली की आपूर्ति नहीं कर पा रहे थे। अब इन क्षेत्रों के लोगों को बिजली किल्लत से निजात मिलेगी।
पिटकुल के एमडी संदीप सिंघल ने बताया कि इस सब स्टेशन से तीन सब स्टेशनों को जोड़ा जा चुका है। जल्द ही इससे अन्य सब स्टेशन को भी जोड़ा जाएगा।
हरिद्वार व रुड़की को भी लाभ
पिटकुल की ओर से हरिद्वार व रुड़की के सब स्टेशनों को भी जोड़ा जा रहा है। जिससे हरिद्वार व रुड़की के दर्जनों क्षेत्रों की बिजली समस्या दूर होगी।
जीआइएस तकनीक की खासियत
– एयर के बजाय गैस का होता है उपयोग।
– वॉल्टेज में अप-डाउन की समस्या नहीं आती।
– सब स्टेशन का रखरखाव आसान और सस्ता।
– एयर इंसुलेटेड सब स्टेशन की तुलना में जीआइएस तकनीक के सब स्टेशन में बेहद कम जगह की जरूरत होती है।