देहरादून: अक्टूबर बीत रहा है, पर डेंगू के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। ठंडक बढ़ने के बाद भी डेंगू की बीमारी फैलाने वाला मच्छर सक्रिय है। इससे स्वास्थ्य विभाग भी सकते में है।
ताजा रिपोर्ट में प्रदेश में 12 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें देहरादून से दो और हरिद्वार से दस मरीज शामिल हैं। इस तरह राज्य में अब डेंगू पीडि़त मरीजों की संख्या बढ़कर 563 हो गई है।
हरिद्वार व देहरादून में डेंगू का मच्छर कुछ ज्यादा ही सक्रिय है। हरिद्वार में अब तक डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या 193 और देहरादून में 175 हो गई है। वहीं टिहरी गढ़वाल में भी 108 व नैनीताल में 55 मरीजों को डेंगू का डंक लग चुका है।
विभागीय अधिकारी लगातार दावा करते थक नहीं रहे हैं कि जिन क्षेत्रों से डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं वहां पर लार्वानाशक दवा का छिड़काव किया जा रहा है।
एक जांच के बाद बंद पड़ गई मेमोग्राफी मशीन
दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में मेमोग्राफी जांच पर पहले ही दिन अड़ंगा लग गया। मशीन पर केवल एक मरीज की ही जांच हो सकी। इसके तुरंत बाद मशीन में तकनीकी खराबी आ गई। जिस पर अस्पताल प्रशासन ने अब इंजीनियर बुलाया है।
हंस फाउंडेशन की ओर से गढ़वाल व कुमाऊं मंडल के लिए एक-एक मेमोग्राफी मोबाइल वैन उपलब्ध कराई गई है। इनमें एक वैन पिछले कई माह से दून अस्पताल में खड़ी धूल फांक रही थी। अब जाकर इसे इस्तेमाल में लाया जाने लगा है।
इसके जरिए दूरस्थ क्षेत्रों में कैंप लगा स्तन कैंसर की जांच की जा रही है। इसके अलावा सप्ताह में तीन दिन अस्पताल में जांच की जाएगी। इसके लिए मंगलवार, गुरुवार और शनिवार का दिन नियत किया गया है। मंगलवार को जांच शुरू की गई, पर कुछ ही देर में मशीन बंद पड़ गई। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा ने बताया कि तकनीशियन बुला लिया गया है। तकनीकी दिक्कत दूर होते ही जांच फिर शुरू कर दी जाएगी। बता दें कि जिसमें मेमोग्राफी जांच केवल 300 रुपये में होगी, जबकि निजी लैब पर यह जांच करीब दो हजार रुपये में होती है।