नई दिल्ली (एएनआइ)। संंसद की आचार समिति ने राज्यसभा के निर्दलीीय सदस्य विजय माल्या की तुरंत निष्कासन की सिफारिश की है। समिति ने इसे तत्काल प्रभाव से लागू करने की मांग की हैै। इसके लिए समिति ने अपना मसौदा भी सभापति को सौंप दिया। समिति के सदस्यों ने इसका फैसला आम सहमति से लिया। अब मसौदे पर सभापति से मंजूरी मिलने के बाद विजय माल्या की संसद सदस्यता समाप्त हो जाएगी।
वहीं इससे पहले राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने प्रक्रियागत खामियों के चलते विजय माल्या का इस्तीफा खारिज कर दिया था। इस्तीफा पत्र पर उसके हस्ताक्षर भी वास्तविक से मेल नहीं खा रहे थे। माल्या ने सोमवार को सभापति को एक पत्र लिखकर अपना इस्तीफा भेजा था। पत्र के साथ उसने अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी।
इससे पहले समिति के अध्यक्ष कर्ण सिंह ने बताया था कि समिति की रिपोर्ट सदन का संपत्ति है। इसके बारे में फिलहाल कुछ भी कहना संभव नहीं है, लेकिन समिति की बैठक में जो भी राय बनी, उस पर सभी सदस्यों की आम सहमति थी। हालांकि 25 अप्रैल को हुई समिति की बैठक के बाद कहा गया था कि माल्या को अब सदन का सदस्य नहीं रहना चाहिए।
बता दें कि विजय माल्या बैंकों का 9,400 करोड़ रुपये का ऋण लेकर विदेश भागे हुए हैं। अदालती वारंट जारी होने के बावजूद उन्होंने भारत लौटने से साफ इन्कार कर दिया है।