देहरादून। मातावाला बाग से बीएसएनएल का अंडरग्राउंड केबिल चोरी करने वाले गैंग के चार सदस्यों को पटेलनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गैंग में कुल छह सदस्य शामिल थे, जिसमें से दो अभी फरार हैं। यह गैंग पंजाब के लुधियाना और दिल्ली में इस तरह की कई वारदात को अंजाम दे चुका है।
बता दें, बीती एक दिसंबर की रात पटेलनगर कोतवाली क्षेत्र के साढ़े तीन हजार टेलीफोन कनेक्शन डेड हो गए थे। बीएसएनएल के अधिकारी और कर्मचारियों ने वजह पता करने के लिए इलाके का दौरा किया तो पाया कि मातावाला बाग के पास आठ सौ मीटर अंडरग्राउंड केबिल गायब है। मामले में दो दिसंबर को पटेलनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया। इंस्पेक्टर सूर्यभूषण नेगी ने बताया कि चोरों की धरपकड़ के लिए बाजार चौकी प्रभारी गिरीश नेगी और एसआई राजेंद्र असवाल की टीम गठित की गई।
जांच के दौरान एक मुखबिर ने बताया कि वारदात में जेसीबी चालक सरफराज खान निवासी मेहूंवाला माफी से कुछ जानकारी मिल सकती है। पुलिस ने सरफराज से पूछताछ की तो पता चला कि एक दिसंबर को उससे और उसके चालक रामू से कुछ लोग मिले और बताया कि वह सभी बीएसएनएल के कर्मचारी हैं। सहारनपुर चौक से लेकर आइएसबीटी तक अंडरग्राउंड केबिल को बदला जाना है।
इसके बाद पुलिस को उनके मोबाइल नंबर और सीसीटीवी फुटेज मिल गई। जिसके बाद सोमवार को मो. साकिब निवासी घरतारण थाना जोकीहाट, जिला अररिया, बिहार हाल पता अशोक नगर, नई दिल्ली, फारूख व अहमद इजराइल निवासी ग्राम पारी टोला, थाना जोकीहाट, जिला अररिया व अरुण कुमार निवासी एस 130 बदरपुर, नई दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया गया।
वहीं मंजूर पुत्र अबुल हसन व आशिक पुत्र ईशा निवासी घर तारण थाना जोकीहाट, जिला अररिया, बिहार हाल पता पूजा बिहार, लोनी, गाजियाबाद अभी फरार हैं। पुलिस के अनुसार केबिल खोदने के बाद अरुण के ट्रक से उसे ले जाकर आइएसबीटी के पास छिपा दिया गया था। ट्रक को भी बरामद कर लिया गया है।