देहरादून। कॉमनवेल्थ गेम्स की स्वर्ण पदक विजेता कुश्ती खिलाड़ी बबीता फोगाट ने कहा कि खेल भी एक नशा है, यह नशा लग जाए तो किसी और नशा करने की जरूरत ही नहीं पड़ती। उन्होंने युवा पीढ़ी का आह्वान किया कि वह नशा नहीं खेल अपनाएं जो उनके परिवार के साथ देश की तरक्की में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है।
ग्राफिक एरा विवि के दीक्षा समारोह में पहुंची बबीता फोगाट ने ग्राफिक एरा की छात्रओं को खेल क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि देश में छात्रएं हर क्षेत्र में जिस तेजी से तरक्की कर रही हैं, वह दिन दूर नहीं जब भारत महिला महाशक्ति के रूप में विश्व में अपनी पहचान बनाएगा।
उन्होंने ग्राफिक एरा विवि का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां विवि में छात्रओं की संख्या 50 फीसद भी नहीं है, जबकि गोल्ड मेडल जीतने वाली छात्रओं की संख्या 65 फीसद से अधिक है। उन्होंने कहा कि उनके प्रेरणा स्रोत उनके पिता द्रोणाचार्य अवॉर्डी महावीर सिंह फोगाट हैं। कहा कि देश के भविष्य के लिए खेलों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। समारोह के दौरान ग्राफिक एरा विवि में बबीता फोगाट के साथ सेल्फी लेने के लिए छात्र-छात्रओं की भारी भीड़ उमड़ी रही।