पिथौरागढ़ : देवभूमि उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन को लेकर सरकार गंभीरता से काम कर रही है। कई योजनाओं पर काम चल रहा और इनमें से कुछ धरातल पर उतर चुकी हैं। प्रदेश में धार्मिक पर्यटन सरकार की आमदनी में बढ़ोतरी के साथ ही साथ बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा करेगा।यह बात प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने लंदन फोर्ट का शुभारंभ करने के बाद पत्रकार वार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि राज्य में देहरादून से लेकर पिथौरागढ़ तक महाभारत सर्किट का विकास किया जा रहा है। इस सर्किट में उन तमाम स्थानों को जोड़ा जाएगा जिनका संबंध महाभारत काल से रहा है। इसके अलावा कुमाऊं के 12 और गढ़वाल के 12 मां भगवती मंदिरों को आपस में जोडऩे की योजना है। कुमाऊं और गढ़वाल में स्थित भगवान शिव और भगवान विष्णु के दो-दो मंदिरों को जोड़कर पर्यटन सर्किट विकसित किया जाएगा।विश्व प्रसिद्ध पाताल भुवनेश्वर गुफा को राज्य की बड़ी धरोहर बताते हुए उन्होंने कहा कि गुफा के भीतर श्रद्धालुओं की आसान पहुंच के साथ ही गुफा के भीतर आक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति के लिए योजना बनाई जा रही है। इस क्षेत्र में स्थित सात अन्य गुफाओं को विकसित करने की बात भी उन्होंने कही। उन्होंने कहा कि मदकोट के गर्म जल स्रोतों को विकसित कर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए भी योजना बनाई जा रही है। प्रदेश में पांच हजार होम स्टे तैयार कर महिलाओं को स्वरोजगार से जोडऩे और पिथौरागढ़ जिले के जौलजीवी को रिवर राफ्टिंग सेंटर और इको टूरिज्म एंड डेवलपमेंट सेंटर के रू प में विकसित किए जाने की जानकारी उन्होंने दी। वार्ता के दौरान प्रदेश के वित्त मंत्री प्रकाश पंत भी मौजूद थे।