रुड़की। यौन उत्पीड़न के मामले में जांच का सामना कर रहे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) के दो प्रोफेसर की गिरफ्तारी पर नैनीताल हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। जांच अधिकारी और रुड़की के पुलिस उपाधीक्षक चंदन सिंह बिष्ट ने बताया कि फिलहाल प्रोफेसर को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता, लेकिन जांच टीम जल्द ही कुछ और लोगों के बयान दर्ज करेगी।
अनुसूचित जाति की एक शोध छात्रा ने आइआइटी के दो प्रोफेसरों पर यौन उत्पीड़न और जातिसूचक शब्द इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पिछले दिनों पुलिस ने आआइटी के पांच कर्मचारियों से पूछताछ कर उनके बयान भी दर्ज किए थे। ऐसे में दोनों प्रोफेसर की गिरफ्तारी का अंदेशा जताया जा रहा था।
बताया जा रहा है कि जांच अधिकारी ने कुछ सीसीटीवी फुटेज भी कब्जे में ली हैं। इस मामले में पुलिस अब तक 19 लोगों से पूछताछ कर चुकी है। पुलिस उपाधीक्षक चंदन ङ्क्षसह बिष्ट ने ने बताया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए दोनों प्रोफेसर ने हाईकोर्ट की शरण ली थी। अदालत ने फिलहाल गिरफ्तारी पर रोक लगाई हुई है।