इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में 22 वर्षीय कांग्रेस नेत्री ट्विंकल डागरे हत्याकांड की कहानी साफ हो गई है। उसके 65 वर्षीय भाजपा नेता जगदीश करोतिया उर्फ कल्लू पहलवान से अवैध संबंध थे। वह नेता के साथ ही रहना चाहती थी। बेटे इससे सहमत नहीं हुए और उन्होंने गला घोंटकर मार डाला। भाजपा नेता ने भी उसे चांटा मारा था। हत्या का षड्यंत्र ‘दृश्यम’ फिल्म देखकर रचा गया था। पुलिस को गुमराह करने के लिए फिल्म की तर्ज पर सबूत मिटाए गए थे।
डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक पुलिस ने कल्लू, उसके बेटे विजय करोतिया (38), अजय करोतिया (36), विनय करोतिया (31) और साथी नीलू उर्फ नीलेश कश्यप (28) निवासी कुम्हारखाड़ी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपित अजय ने बताया कि ट्विंकल और उसके पिता कल्लू के बीच अवैध संबंध थे। ट्विंकल पिता के साथ ही रहना चाहती थी। इस बात पर मां घर में झगड़ा करती थी। पिता का राजनीतिक करियर खराब होने की चिंता भी थी। सभी ने ट्विंकल को रास्ते से हटाने की साजिश रची। इसके पूर्व ‘दृश्यम’ फिल्म देखी गई।
साजिश के तहत 16 अक्टूबर 2016 को सुबह 11 बजे मकान देखने के लिए ट्विंकल को घर बुलाया गया। अजय और कल्लू एमआर-10 स्थित दोस्त नीलू के खेत पर ले गए। कल्लू ने उसे समझाया और चांटा मार दिया। इसके बाद अजय ने रस्सी से गला घोंट दिया। कल्लू ने उसे खेत में दफनाने की बात कही तो नीलू ने इससे इन्कार कर दिया। तीनों ने ट्विंकल का शव कपड़े में लपेटा और कार की डिक्की में रखकर घर आ गए। दूसरे दिन सुबह करीब पांच बजे कार लेकर सांवेर रोड पर अवंतिका नगर स्थित प्लॉट पर पहुंचे। इसके पूर्व कल्लू ने निगमकर्मियों से कहा कि एक पार्षद का कुत्ता मर गया, उसके लिए गढ्डा खोदना है।
निगमकर्मियों से गड्डा खुदवाया और कचरा, लकड़ियों का ढेर जमा करवा लिया। कल्लू ने बेटे अजय के साथ विनय और विजय को बुलाया और शव जला दिया। दो दिन बाद हड्डियां और राख बोरे में भरकर नाले में बहा दी।
फिल्म के दो दृश्य जो हकीकत में बनाए गए सीन
1. पुलिस को गुमराह करने के लिए मोबाइल फेंका
अभिनेता अजय देवगन पुलिस अफसर के बेटे की हत्या के बाद शव को गढ्डे में दबा देता है। इसके पूर्व वह एक और गढ्डा खुदवाकर एक कुत्ते को गाड़ता है। जब पुलिस शव ढूंढने जाती है तो कुत्ता निकलता है। कल्लू और अजय ने भी पुलिस को गुमराह करने के लिए घटनास्थल के पास एक गढ्डा खुदवाया और कुत्ता दफना दिया। गढ्डे की भनक लगने पर पुलिस ने सर्चिंग की तो वहां कुत्ते का शव मिला।
2. पुलिस को गुमराह करने के लिए मोबाइल फेंका
फिल्म में अभिनेता पुलिस को गुमराह करने के लिए अफसर के बेटे का मोबाइल एक ट्रक में फेंक देता है। इससे उसकी लोकेशन अन्य शहर में मिल रही थी ताकि पुलिस उसे दूसरे शहर में ही तलाश करती रहे। फिल्म की तरह ही ट्विंकल की हत्या के दो दिन बाद अजय ने मोबाइल ऑन किया। पहली लोकेशन मरीमाता आई। इसके बाद मोबाइल को बदनावर जाकर फेंक दिया। बदनावर में ट्विंकल का रिश्ता तय हुआ था। पुलिस उसके मंगेतर अमित पर शक जाहिर करने लगी।