दिल्ली: पहले कहा जाता था खेलोंगे कूदोगे बनोगे ख़राब, पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब,
लेकिन अब समय बदल गया है अब खेलने कूदने वाले भी देश के लिए एक उदाहरण बन
चुके है खासकर पिछले दस वर्षो में क्रिकेट के अलावा भी अन्य खेलों में
खिलाड़ियों ने अपनी पहचान बनाई और आज हर स्तर पर गोल्ड मैडल जीत रहे है यह
कहना है संजय गोयल का, जो खेलो को बढ़ावा देने के लिए अग्रसर है। ओपन बेंच
प्रेस और डेड लिफ्ट चैंपियनशिप “मिस्टर/मिस गुडगाँव“ द गोल्ड फिटनेस
द्वारा गुरुग्राम हरियाणा, कम्युनिटी सेंटर में आयोजित की गई, जिसमे
नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट पावर लिफ्टिंग 2018 नरेश कुमार ने बताया की इस
चैंपियनशिप में सभी भार वर्ग के पुरुष और महिला और सभी रैंक के मास्टर्स,
सीनियर, जूनियर और फ्रेशर भाग लिया। प्रतियोगिता में 31 लड़कियों व् लगभग
250 से 300 लड़को ने भाग लिया। भारत में पहली बार खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए सभी रैंकों के
स्तर 1 से 10वें स्थान पर पुरस्कार दिए जायेगें और सरकारी नौकरी के लिए
भी मार्ग दर्शन करेंगे। इस चैंपियनशिप में मिस ओलंपिया प्रो कार्ड 2018
विजेता याशमीन चौहान मुख्य अतिथि रही और डॉ सोम तुंगनेट 2000 से 3 बार
पावर लिफ्टिंग में मिस्टर वर्ल्ड तथा मिस्टर इंटरनेशनल 2018, 7 बार
नेशनल चैंपियन, मार्शल आर्ट्स में इंटरनेशनल गोल्ड मेडलिस्ट रजत
भारद्धाज, भीम सिंह गुर्जर मिस्टर वर्ल्ड इन पावर लिफ्टिंग 2018, 2018
में 13 टन वजन के ट्रक को खींचने में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने वाले
मिस्टर वर्ल्ड प्रवीन सोलंकी, स्वर्ण पदक विजेता एशिया कुश्ती 2014
नरसिंह यादव, आशुतोष पांडे मिस्टर इंडिया बॉडी बिल्डिंग 2014, खिलाड़ियों
का हौसला बढ़ाने पंहुचे। हेल्थ कोच चंद्रशेखर ने कहा कि हम युवाओं को और भारत को स्वस्थ बनाने की
कोशिश कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य शहीदों और गरीब परिवारों के योग्य
बच्चों को मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान करना है, जिनके पास सीमित संसाधन हैं।