देहरादून। विद्युत सुधारीकरण के नाम पर पिछले पांच वर्षों में 180 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी प्रदेश में विद्युत आपूर्ति बदहाल स्थिति में है। हालत यह है कि हल्के हवा के झोंके और बारिश विद्युत आपूर्ति सुधार कार्यों की पोल खोल कर रख देती हैं। वहीं, 24 घंटे विद्युत आपूर्ति का दावा करने वाले उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लि. (यूपीसीएल) की हकीकत इससे इतर है।
जब प्रदेश की राजधानी ही विद्युत किल्लत से जूझ रही है हो तो पर्वतीय क्षेत्रों की स्थिति समझी जा सकती है। यूपीसीएल की ओर से हर वर्ष पुनर्गठित त्वरित विद्युत योजना (आरएपीडीआरपी) के तहत पुरानी लाइन एवं विद्युत पोल बदलने सहित अनेक कार्य किए जाते हैं।
लेकिन, हवा के हल्के झोंके और बारिश में विद्युत लाइनें ओर पोल जवाब दे जाते हैं। इस तरह की समस्या तो लोग जूझते ही हैं, साथ ही सब स्टेशनों में आए दिन फॉल्ट आने के चलते भी बिजली अक्सर गुल हो जाती है। इतना ही नहीं प्रतिदिन हो रही अघोषित बिजली कटौती से भी लोग परेशान हैं। यह सिलसिला पूरे सालभर लगा रहता है।
पिछले पांच वर्षों में हुए कार्य
-आरएपीडीएपी योजना में 180 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च।
-292 किमी. की 11 केवी लाइन, 985 किमी. की एलटी लाइन, 79.6 किमी. की 33 केवी लाइन बदली गई।
-परेड ग्राउंड, पटेलनगर, आराघर समेत कई अन्य सब स्टेशनों में ब्रेकर बदले गए।
-प्रदेशभर में पुरानी बिजली की तारें व विद्युत पोल बदले गए।
एमडी के आदेशों की भी परवाह नहीं
पांच महीने पूर्व यूपीसीएल के एमडी बीसीके मिश्रा ने बिजली की समस्या को देखते हुए प्रत्येक डिवीजन के अधिशासी अभियंता समेत अन्य अधिकारियों को सब स्टेशनों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे साथ ही कोताही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को भी चेताया था। लेकिन, अधिकारियों ने इस पर अमल करने की जरूरत नहीं समझी। वहीं, निर्देश देने के बाद एमडी ने भी सुध नहीं ली।
यूपीसीएल के एमडी बीसीके मिश्रा ने बताया कि सुधारीकरण कार्य में विद्युत लाइनें, विद्युत पोल बदलने और अन्य कार्य किए जाते हैं। ताकि, बिजली आपूर्ति में सुधार हो। लेकिन, यदि कोई अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं लेता है तो उन्हें चिह्नित किया जाएगा। साथ ही अधिकारियों को बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने को अपने-अपने क्षेत्रों में भी निरीक्षण करने को निर्देशित किया गया है
बिजली कटौती से आमजन परेशान
राजधानी में अघोषित बिजली कटौती से आमजन परेशान हो रहा है। कारगी, कुंज विहार, जोगीवाला, ईसी रोड, गांधी रोड, पटेलनगर, जीएमएस रोड, रायपुर रोड समेत अन्य क्षेत्रों में घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रही। कुंज विहार, कारगी, ईसी रोड में दिनभर में तीन से चार बार आधे घंटे से एक घंटे तक बिजली गुल रही। वहीं, कई क्षेत्रों में तो सुबह दस बजे से पहले ही कटौती की जा रही, जिस वजह से ड्यूटी पर जाने वाले लोगों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।