देहरादून। चमोली जिले में भारत-चीन सीमा के पास स्थित टिम्मरसैंण नीती महादेव की पहली यात्रा अब मार्च प्रथम सप्ताह में शुरू होगी। नीती घाटी में भारी बर्फबारी के बाद प्रशासन ने नीती महादेव यात्रा समिति से विचार विमर्श के बाद यह निर्णय लिया है। पहले यह यात्रा 10 फरवरी को वसंत पंचमी से शुरू होनी थी। चमोली जिले की नीती घाटी में भी टिम्मरसैंण महादेव मंदिर के पास जम्मू-कश्मीर की अमरनाथ गुफा की तरह फरवरी से मार्च के बीच बाबा बर्फानी दर्शन देते हैं। इस जानकारी से सबसे पहले ‘दैनिक जागरण’ ने देश-दुनिया को परिचित कराया था। इसके बाद शासन स्तर पर इस साल पहली बार टिम्मरसैंण महादेव की यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया गया। इसके तहत 10 फरवरी को वसंत पंचमी से यात्रा शुरू होनी थी। इसके लिए प्रशासन ने तैयारियां भी शुरू कर दी थी, लेकिन इस बीच नीती घाटी में भारी बर्फबारी के चलते सड़क मार्ग बंद है। जोशीमठ के एसडीएम योगेंद्र सिंह ने बताया कि यात्रा अब मार्च प्रथम सप्ताह से शुरू की जाएगी। जल्द ही तिथि भी घोषित कर दी जाएगी।चमोली जिले में ब्लॉक मुख्यालय जोशीमठ से करीब 82 किमी की दूरी पर है देश का अंतिम गांव नीती। गांव से एक किमी पहले मुख्य मार्ग से करीब 700 मीटर की दूर टिम्मरसैंण नामक स्थान पर महादेव की एक छोटी-सी गुफा है। ग्रीष्मकाल में स्थानीय गांवों के लोग गुफा में पूजा-अर्चना को पहुंचते हैं। शीतकाल में यहां महादेव बर्फ से बने शिवलिंग के रूप में दर्शन देते हैं। अपर आयुक्त गढ़वाल मंडल हरक सिंह रावत ने बीते वर्ष नवंबर में यहां पहुंचकर बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे।