नई दिल्ली: सोमवार को जब तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान ‘वरदा’ अपना कहर बरपा रहा था तो इसरो के 2 सैटेलाइट ने उस समय हजारों लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए इसरो के एक अधिकारी ने बताया कि Insat 3DR और ScatSat-1 नाम के दो सैटेलाइट से प्राप्त हुई जानाकारी की मदद से तूफान की गतिविधि की सूचना पहले ही मिल गई थी और उसी के आधार पर अधिकारियों ने जनता को सचेत कर दिया था, जिससे बड़ी संख्या में लोगों की जान बच गयी।
दोनों सैटेलाइट से प्राप्त हुई जानकारी के आधार पर चेन्नई, थिरावल्लूर और कांचीपूरम जिलों में करीब 10 हजार से ज्यादा लोगों की जान बचायी जा सकी। इससे आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में बड़ी संख्या में नुकसान हो सकता था। राष्ट्रीय आपदा राहत मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम ने तूफान से प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का काम किया।
Insat-3DR एक उन्नत मौसमी उपग्रह है जो एक इमेजिंग प्रणाली के साथ एक वायुमंडलीय साउंडर से लैस है। इसका परीक्षण 8 सितंबर को जीएसएलवी के जरिए किया था। जबकि ScatSat-1 का परीक्षण 26 सितंबर को पीएसएलवी के जरिए श्रीहरिकोटा से किया गया था।