नई दिल्ली।बैंकों का 9000 करोड़ रुपये लेकर भागे शराब करोबारी विजय माल्या को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। मोदी सरकार जल्द ही उन्हें भारत ला सकती है। ऐसे में विजय माल्या की बेचैनी बढ़ गई है, वे हाथ जोड़कर कह रहे हैं कि उनसे पैसे ले लिए जाएं। इस बार उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी ऐसी ही एक गुहार लगाई है।हाल ही में लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिये विजय माल्या पर बड़ा हमला किया था। लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था- जो लोग देश से भाग गए हैं, वो ट्विटर पर रो रहे हैं कि मैं तो 9 हजार करोड़ रुपये लेकर निकला था, लेकिन मोदी जी ने मेरे 13 हजार करोड़ जब्त कर लिए।विजय माल्या ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले भाषण के बारे में मुझे पता चला। वह बहुत अच्छा बोलते हैं। इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि एक आदमी 9000 करोड़ रुपये ले कर भाग गया है। इसमें उनका इशारा मेरी ओर था। मैं बड़े ही आदर से प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि आखिर क्यों वह बैंकों को मुझे से पैसा लेने को नहीं कहते हैं। कम से कम इससे जनता के पैसे की रिकवरी हो जाएगी। मैंने कर्नाटाक हाई कोर्ट में सेटलमेंट का ऑफर पहले ही दे दिया है।’इधर, ईडी की जांच में पता चला है कि यूबीएचएल ग्रुप की कई सूचीबद्ध कंपनियों में माल्या और यूबीएचएल के 3,847.45 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर थे। यह भी पता चला है कि यूबीएचएल, युनाइटेड स्पि्रट्स, युनाइटेड ब्रिवरीज और मैक्डॉवेल में विजय माल्या के 1,773.49 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर थे। इनमें से 1,653 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर यूटीआइ इन्वेस्टर सर्विसेज के पास गिरवी रखे गए थे। ईडी की जांच में पता चला है कि जिन कर्जों के एवज में माल्या ने ये शेयर गिरवी रखे थे, उनके भुगतान के बावजूद उसने यूटीआइ इन्वेस्टर सर्विसेज द्वारा इन शेयरों पर मालिकाना हक का प्रावधान नहीं हटाया। इसके चलते बैंक उन शेयरों को अपने स्वामित्व में नहीं ले सके।गौरतलब है कि किंगफिशर के मालिक विजय माल्या को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। विजय माल्या को भारत भेजने को लेकर ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने पहले ही मंजूरी दे दी है। माल्या पर बैंकों का लगभग 9400 करोड़ रुपए बकाया है।