नोटबंदी के बाद देशभर में एटीएम के बाहर लगी लाइनों से प्रेरित होकर जौनसार-बावर के एक प्रतिभावान छात्र ने लकड़ी से अनूठा एटीएम तैयार की है। दस से बारह दिन की कड़ी मेहनत के बाद इस छात्र ने 32 इंच ऊंचा व 20 इंच चौड़ा एटीएम मॉडल तैयार कर उसका विद्यालय प्रबंधन के सामने प्रदर्शन किया।
टार्च की बैटरी व प्लाइवुड लकड़ी से निर्मित इस एटीएम मॉडल का बटन दबाने पर उससे बैंक एटीएम की तरह एक खांचे से नोट बाहर निकलते हैं।
देहरादून जिले के अटाल स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में 12वीं के छात्र कल्याण सिंह चौहान के इस कौशल ने लोगों को उसका मुरीद बना दिया है। प्रतिभा के धनी इस छात्र का का संकल्प अब सौर ऊर्जा से संचालित मोटर वाहन का मॉडल तैयार करना है।
सीमांत त्यूणी तहसील के अंतर्गत कांडोई-भरम खत के नौरा गांव निवासी कल्याण सिंह का परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर है। उसके पिता फतेह सिंह व मां सुशीला देवी गांव में ही खेती-किसानी कर परिवार की गुजर करते हैं।
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इसी मजबूरी के चलते कल्याण को विज्ञान की खर्चीली पढ़ाई छोड़ कला संकाय में प्रवेश लेना पड़ा। उसकी छोटी बहन कविता व भाई प्रदीप 10वीं व नवीं कक्षा में पढ़ते हैं। कल्याण भले ही विज्ञान विषय नहीं पढ़ पाया, लेकिन विज्ञान के प्रति उसे अब भी बेहद लगाव है। इसी का प्रमाण है उसका बनाया एटीएम मॉडल।
नोटबंदी के कारण बैंकों के बाहर जुटी लोगों की भीड़ देखकर कल्याण को एटीएम मॉडल बनाने का ख्याल आया। उसने फर्नीचर की दुकान के बाहर फेंके प्लाइवुड लकड़ी के कुछ टुकड़े एकत्र कर एटीएम मशीन तैयार की। इसके अंदर नोट रखने को टिन की चादर से छोटे आकार का खांचा बनाया गया है। जबकि, नोट निकालने को विशेष बटन व एटीएम संचालन के लिए टॉर्च की बैटरी लगाई गई है। महत्वपूर्ण बात यह कि इसमें उसने किसी का भी मार्गदर्शन नहीं लिया।
एटीएम मॉडल का कल्याण ने जब विद्यालय प्रबंधन व अन्य लोगों के सामने प्रदर्शन किया तो सभी ने उसकी भूरि-भूरि प्रशंसा की। प्रगतिशील किसान प्रेमचंद शर्मा, अटाल की पूर्व प्रधान सुमन शर्मा, राजस्व कर्मचारी माया सिंह चौहान व व्यापार मंडल सचिव श्रीचंद शर्मा ने बताया कि कल्याण प्रतिभा का धनी छात्र है। इसलिए सरकार को भी उसकी मदद के लिए आगे आना चाहिए।