नई दिल्ली। जन औषधि दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए लाभार्थियों से बात की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस परियोजना से जुड़ी कई अहम जानकारियां को बताते हुए कहा कि इस परियोजना के माध्यम से केन्द्र सरकार कम कीमत पर उच्च गुणवत्ता वाली दवाइयां उपलब्ध करा रही है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि जन औषधि परियोजना में 850 से ज्यादा दवाओं का मूल्य नियंत्रित किया गया है।पूर्व की यूपीए सरकार को घेरते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 65 वर्ष बाद भी देश में सिर्फ 7 एम्स ही बनाए गए। तो वहीं हमारी मौजूदा केंद्र सरकार ने बीते पांच साल में 15 एम्स बना चुकी हैं या तो बनाए जाने की प्रक्रिया में हैं। जन औषधि केन्द्र की जानकारी देते हुए पीएम मोदी ने बताया कि 2008 से 2014 तक देश में सिर्फ 80 दुकानें ही खोली गई। जो कि एक शर्म की बात है। तो वहीं हमारी सरकार ने सिर्फ 5 साल में पांच हजार से ज्यादा औषधि केन्द्र खोलकर नया कीर्तिमान रचा है।7 मार्च को मनाए जा रहे जन औषधि दिवस पर पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए जन औषधि केन्द्र संचालकों को सलाह देते हुए कहा कि सभी औषधि केंद्र संचालकों द्वारा साल में एक बार अपने ग्राहकों का एक छोटा सा सम्मेलन करना चाहिए। जिससे औषधि केंद्रों में और अधिक सुधार किए जा सके और ग्राहकों को जागरूक किया जा सके। अंत में पीएम मोदी ने कहा कि कोई इलाज से वंचित न रहे इसके लिए हमारी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। बता दें कि प्रधानमंत्री जन औषधि योजना केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। जो कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपना रोजगार शुरू करना का अवसर देती है। इस योजना के माध्यम से लोगों को जन औषधि केन्द्र खोलने के लिए ढाई लाख का अनुदान भी दिया जाता है।