देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने पुलिस की सांसे अटकाए रखीं। एचए-58 में भ्रष्टाचार की शिकायत को लेकर सीएम से मिलने सचिवालय जा रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दिलाराम बाजार स्थित वाटर वर्क्स में रोका तो आक्रोशित एक कार्यकर्ता वाटर वर्क्स बिल्डिंग की छत पर चढ़ गया। किसी तरह से युवक को छत से उतारकर सीएम के ओएसडी से मिलने ले जाया गया तो वहां बातचीत की रिकॉर्डिग के चक्कर में उनकी वहां मौजूद कुछ लोगों से नोकझोंक हो गई। जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने कार्यकर्ता गणेश भट्ट को हिरासत में लेकर कोतवाली डालनवाला में लॉकअप में डाल दिया और चार अन्य कार्यकर्ताओं का शांति भंग में चालान कर सिटी मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया। पेशी के दौरान समर्थन में बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं के आने के बाद देर शाम तक वहां भी गहमागहमी रही। बाद में सभी को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया।यूकेडी के टिहरी जिले के युवा जिलाध्यक्ष गणेश भट्ट का आरोप था कि चार धाम राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण में घोटाला किया जा रहा है। उनका दावा है कि घोटाले के पूरे सबूत उनके पास हैं। वह काफी दिनों से इन सबूतों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। यूकेडी नेता प्रमिला रावत के नेतृत्व में दल के पांच कार्यकर्ता मुख्यमंत्री से मिलने सचिवालय जा रहे थे। मगर पुलिस ने उन्हें दिलाराम बाजार स्थित वाटर वर्क्स कार्यालय में रोक लिया।काफी देर बाद भी जब उन्हें वहां से जाने नहीं दिया गया तो गणेश भट्ट पुलिस को चकमा देकर वाटर वर्क्स की एक बिल्डिंग की छत पर चढ़ गए। जिससे पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। मौके पर मौजूद एसडीएम सदर कमलेश उपाध्याय की ओर से सीएम के ओएसडी से वार्ता कराने के आश्वासन के बाद ही वह नीचे उतरे। इसके बाद पुलिस प्रमिला रावत, गणेश भट्ट, शांति प्रसाद भट्ट, रेनू सकलानी और संजय क्षेत्री को सचिवालय में सीएम के ओएसडी से मिलाने ले गई।बताया जा रहा है कि वहां बातचीत के दौरान यूकेडी कार्यकर्ता मोबाइल से वीडियो बनाने लगे और सीएम से मुलाकात का समय देने की मांग करने लग गए। जिस पर उनकी ओएसडी और वहां बैठे कुछ लोगों से नोकझोंक हो गई। यूकेडी नेता प्रमिला रावत ने बताया कि वहां बैठे कुछ ठेकेदारों ने उनके साथ बदतमीजी की। जिसके बाद वह बाहर आकर नारेबाजी करने लगीं। इसी बीच मौके पर मौजूद पुलिस गणेश भट्ट और अन्य कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर कोतवाली डालनवाला ले आई।