देहरादून। उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड के सीनियर मैनेजर आइटी अशोक यादव को विजिलेंस ने उसके दफ्तर से नौ हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उसने एक फर्म के बिल भुगतान के एवज में यह रकम मांगी थी। एसएसपी विजिलेंस सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि बीती 12 जनवरी को बायोमेट्रिक्स मशीन लगाने वाली फर्म की ओर से प्रार्थना पत्र दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि यूजेवीएनएल के मुख्यालय में उनकी फर्म ने बायोमेट्रिक्स सिस्टम लगाया था। इसके एवज में उनकी ओर से 36 हजार और 40 हजार रुपये के दो बिल भुगतान के लिए पेश किए गए। इन दोनों बिलों के भुगतान के एवज में वहां के सीनियर मैनेजर आइटी अशोक यादव ने 12 प्रतिशत कमीशन देने के बाद ही भुगतान करने की बात कही। शिकायतकर्ता ने कुछ कम पर समझौता करने का भी प्रयास किया, लेकिन अशोक यादव नहीं माने।अशोक के रुख को देखते हुए उन्होंने विजिलेंस में शिकायत की। अशोक को रंगे हाथ पकड़ने के लिए ट्रैप टीम का गठन किया गया। तय योजना के तहत फर्म के व्यक्ति को रकम लेकर यूजेवीएनएल के मुख्यालय भेजा गया। जहां पहले से मुस्तैद विजिलेंस की टीम ने शाम सवा पांच बजे के करीब उसे रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया।रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए अशोक यादव के जीएमएस रोड पर विवेक विहार स्थित आवास पर भी विजिलेंस की टीम पहुंची। टीम ने वहां कई दस्तावेज और बैंक अकाउंट की डिटेल को कब्जे में ले लिया है।