देहरादून। लोकसभा सामान्य निर्वाचन को लेकर कार्मिकों का प्रशिक्षण शुरू हो गया है। पहले दिन पीठासीन अधिकारियों और मतदान अधिकारी प्रथम व द्वितीय को ट्रेनिंग दी गई। इस दौरान 203 पीठासीन अधिकारी अनुपस्थित रहे। जिला निर्वाचन अधिकारी ने अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों से जवाब मांगा जाएगा।रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्टस कालेज में रविवार से पीठासीन अधिकारियों, मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण शुरू हो गया। इस दौरान 2607 पीठासीन अधिकारियों को पहले दिन प्रशिक्षण में शामिल होना था। इस दौरान दो पालियों में प्रशिक्षण दिया गया। मगर, पहले दिन प्रशिक्षण में 203 पीठासीन अधिकारी अनुपस्थित रहे। प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनरों ने कार्मिकों को ईवीएम मशीन और वीवीपैट की बारीकी से तकनीकी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान कार्मिकों की शंकाओं का भी समाधान किया गया गया।प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी और नोडल अधिकारी कार्मिक जीएस रावत ने कार्मिकों को संबोधित करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व है, जिसको व्यवस्थित, निर्विघ्न एवं शान्तिपूर्वक संपादित करना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने प्रशिक्षण में उपस्थित सभी कार्मिक/पीठासीन अधिकारियों से कहा कि वे अपने दायित्वों को भलीभांति समझ लें तथा किसी प्रकार की शंका होने पर अपनी शंकाओं का समाधान कर लें। निर्वाचन में किसी भी प्रकार की गलती होने पर जवाबदेही तय की जाएगी।उन्होंने कहा कि 18 मार्च को मतदान अधिकारी प्रथम, 19 मार्च को मतदान अधिकारी द्वितीय और 20 मार्च को अपरिहार्य कारणों से प्रशिक्षण लेने से वंचित रह गये कार्मिक तथा किसी प्रकार की शंका होने पर दुबारा प्रशिक्षण में प्रतिभाग चाहने वाले कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।