देहरादून। दून महिला अस्पताल में विक्षिप्त प्रसूता ने उस समय हंगामा खड़ा कर दिया, जब सहसपुर थाने की पुलिस युवती के साथ रहने वाले बाबा को हिरासत में लेकर जाने लगी। युवती शोर मचाते हुए वार्ड के बाहर आ गई। यह देख पुलिस के होश उड़ गए। मामला बिगड़ता देख पुलिस ने बाबा को छोड़ दिया। लेकिन, वार्ड के बाहर पहरा बैठा दिया। एसओ सहसपुर ने बताया कि युवती के नारी निकेतन भेजे जाने के बाद पुलिस बाबा की गिरफ्तारी होगी।बता दें, 18 मार्च की शाम को सेलाकुई पुल के नीचे एक युवती प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। वहां से गुजर रही एक एनजीओ की संचालिका पूजा बहुखंडी की नजर उस पर पड़ी तो उन्होंने एंबुलेंस से उसे दून अस्पताल पहुंचाया। यहां उसने 22 मार्च को बच्चे को जन्म दिया।इधर, युवती के साथ रह रहे बाबा ने बताया कि युवती उसकी बेटी है और उसे आशंका है कि कुछ लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। इस पर सहसपुर थाने की पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस मामले की जांच कर ही रही थी कि शनिवार को बाबा ने कहा कि युवती ने उसके ही बच्चे को जन्म दिया है। हालांकि बाबा के द्वारा पूर्व में युवती को बेटी बताने की बात इसलिए किसी के गले नहीं उतर रही थी कि दोनों के धर्म अलग-अलग हैं।रविवार को सहसपुर पुलिस दून अस्पताल पहुंची और युवती के बेड के पास बैठे बाबा को हिरासत में लेकर जाने लगी। तभी युवती चिल्लाते हुए वार्ड के बाहर आ गई और पुलिस से बाबा को छोड़ने की जिद करने लगी। पुलिस ने भी मौके की नजाकत को भांपते हुए बाबा को छोड़ तो दिया, लेकिन हिदायत दी कि वह यहां से कहीं जाएगा नहीं।