देहरादून। लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ शराब के अवैध कारोबार को लेकर हो रही ताबड़तोड़ कार्रवाई, इस बात की ओर इशारा करने को काफी है कि शराब माफिया में चुनाव में मतदाताओं तक पहुंचाने के लिए पहले से शराब डंप कर रखी है। आकाओं का इशारा मिलते ही उसे तय स्थान पर भेज दिया जा रहा है।आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के दिन से पुलिस लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की कोशिश में जुट गई है। आंकड़ों पर गौर करें तो अब शराब के अवैध परिवहन में आबकारी अधिनियम के तहत सवा सौ से अधिक तस्करों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं, अब तक 1562 बोतल अंग्रेजी शराब, 1282 बोतल देसी शराब, 132 लीटर कच्ची शराब और 141 केन बीयर बरामद की गई है।यह शराब की वह मात्रा है, जिस पर पुलिस की नजर पड़ गई। सूत्रों की मानें तो शराब तस्करों ने इसकी काट ढूंढ निकाली है और अब वह इतनी ही मात्रा लेकर परिवहन कर रहे हैं, जितना पकड़े जाने के बाद कोई कार्रवाई न हो सके। यही नहीं, इस धंधे में बीस-पच्चीस रुपये के कमीशन पर झुग्गी-झोपड़ियों के बच्चों को काम पर लगाया गया है। वह स्कूली बस्ते या फिर झोले में एक-दो बोतल शराब रखकर उसे बताई हुई जगह पर पहुंचा दे रहे हैं।दो साल पूर्व हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी कई स्थानों पर डंप की गई अंग्रेजी और देसी शराब का जखीरा पुलिस ने पकड़ा था। लेकिन, लोकसभा चुनाव में पुलिस ने उन स्थानों की ओर नजर उठा कर नहीं देखा। हालांकि, पुलिस ने दावा किया है कि वह पुराने शराब तस्करों की भी कुंडली खंगाल रही है।एसपी सिटी श्वेता चौबे का कहना है कि शराब के अवैध परिवहन पर सख्त नजर रखी जा रही है। शहर क्षेत्र के ठेकों व गोदाम के आसपास मुखबिर तंत्र सक्रिय कर दिया गया है। इसके साथ ही झुग्गी-झोपड़ियों में भी गोपनीय स्तर पर अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है।