देहरादून। दून में जालसाजी कर बैंक अकाउंट से ठगी और ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर लोगों के खाते से नकदी उड़ाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। साइबर ठगी के दो मामले प्रकाश में आए। कैंट कोतवाली क्षेत्र में उत्तरांचल यूनिवर्सिटी की असिस्टेंट प्रोफेसर से तीस हजार रुपये की ठगी कर ली गई तो पटेलनगर कोतवाली क्षेत्र की एक छात्रा को ऑनलाइन मार्केटिंग साइट ने ईनाम जीतने का लालच देकर उससे 27 हजार रुपये ठग लिए। दोनों मामलों में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इंस्पेक्टर कैंट नदीम अतहर ने बताया कि शिकायतकर्ता अनु स्याल निवासी सद्भाव कुंज पंडितवाड़ी उत्तरांचल यूनिवर्सिटी में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर कार्यरत हैं। उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक से क्रेडिट कार्ड ले रखा है। बीते 19 दिसंबर को उनको एक ईमेल आया। कुछ देर बाद एक व्यक्ति ने उन्हें फोन भी किया। फोन पर बात करते समय उनके खाते से तीन बार में दस-दस हजार कुल तीस हजार रुपये निकल गए।
मामले में मुकदमा दर्ज जांच शुरू कर दी गई है। उस मोबाइल नंबर की भी डिटेल मंगवाई गई है, जिससे शिकायतकर्ता को फोन आया था। वहीं, पटेलनगर के चंद्रबनी क्षेत्र की एक छात्रा ने 27 हजार रुपये की ठगी कर ली गई। छात्रा ने तहरीर में बताया कि बीती 27 फरवरी को ब्राइट इंडिया डॉट कॉम से फोन आया। बताया कि आपको ईनाम के लिए चुना गया है। उसे पाने के लिए कम से कम 399 रुपये की खरीददारी करनी होगी।
इस पर मोबाइल के हेडफोन का आर्डर कर दिया। इसके बाद फिर फोन आया और कहा कि उसे जीएसटी के लिए 7289 रुपये का भुगतान करना होगा। यह रकम भी खाते से ट्रांसफर करनी होगी। इसके बाद बीमा के नाम 10222 रुपये ले लिए गए।
बीते दो मार्च को फिर से 8989 रुपये मांगे गए। कुल मिलाकर लगभग 27 हजार रुपये जालसाज के खाते में ट्रांसफर कर दिए गए, लेकिन न तो उसे हेडफोन मिला और न ही कोई ईनाम। इंस्पेक्टर पटेलनगर सूर्यभूषण नेगी ने बताया कि मामले मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।