नई दिल्ली। अमेठी से भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने शुक्रवार को कांग्रेस नेताओं पर करारा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मेरा कांग्रेस नेताओं को यही संदेश है कि वे मेरा जितना अपमान करेंगे मैं अमेठी में उतना ही कांग्रेस के खिलाफ काम करूंगी।
स्मृति इरानी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में ऐसा कोई शब्द नहीं है, ऐसा कोई अपमान नहीं है, जिसका कांग्रेस नेताओं ने मेरे खिलाफ इस्तेमाल ना किया हो। एक महिला होने के नाते ऐसी कोई प्रताणता नहीं है, जो मेरे साथ करने की कोशिश उनके नेताओं ने ना की हो। उनको मेरा यही संदेश है कि आप जितना मुझे अपमानित करेंगे, जितना मुझे प्रताडि़त करेंगे, मैं उतना ही जमकर अमेठी में कांग्रेस के खिलाफ काम करूंगी।
दरअसल, स्मृति इरानी ने अपने हलफनामे में बताया है कि 1991 में 10वीं और 1993 में 12वीं की परीक्षा पास की है। इसके बाद 1994 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में तीन साल के डिग्री कोर्स के लिए एडमिशन लिया था। हालांकि, उन्होंने बैचरल ऑफ कॉमर्स का यह कोर्स पहले ही साल में छोड़ दिया था। यूं कहें कि स्मृति इरानी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पूरा नहीं किया।
इसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने स्मृति ईरानी पर तंज कसते हुए कहा कि एक नया सीरियल आएगा, ‘क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थी।’ इस सीरियल की ओपनिंग लाइन होगी, ‘क्वॉलिफिकेशन के भी रूप बदलते हैं, नए-नए सांचे में ढलते हैं। एक डिग्री आती है, एक डिग्री जाती है, बनते ऐफिडेविट नए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि स्मृति ईरानी ने अपनी शैक्षणिक योग्यता को लेकर जो चीज कायम की है कि किस तरीके से ग्रेजुएट 12th क्लास के हो जाते हैं। ऐसा मोदी सरकार में ही मुमकिन है।