देहरादून।प्रॉपर्टी डीलर से लूटकांड के जिन आरोपित पुलिस कर्मियों को अफसरों ने पुलिस लाइन में नजरबंद रखने का दावा किया था, वे पुलिस की नाक के नीचे से फरार हो गए हैं। मामले का पता चलने के बाद अफसरों में हड़कंप है। देहरादून की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच सीओ पुलिस लाइन जया बलूनी को सौंपी है।बीती चार अप्रैल की रात देहरादून के प्रापर्टी डीलर अनुरोध पंवार से गढ़वाल के पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) अजय रौतेला की सरकारी स्कार्पियो में सवार तीन पुलिस कर्मियों ने मोटी रकम लूट ली थी। रकम एक करोड़ रुपये बताई जा रही है। मामले का खुलासा पांच अप्रैल को हुआ।आइजी गढ़वाल अजय रौतेला और एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने मामले की जांच की। मामला सही पाए जाने पर दस अप्रैल को डालनवाला कोतवाली में लूट का मुकदमा दर्ज करा दिया गया। इसी दिन तीनों पुलिस कर्मी दारोगा दिनेश नेगी, सिपाही मनोज अधिकारी व हिमांशु उपाध्याय को निलंबित कर पुलिस लाइन से संबद्ध कर दिया गया। साथ ही तीनों की निगरानी बढ़ा दी गई, ताकि वे पुलिस लाइन से बाहर कदम न रख सकें।ताजा घटनाक्रम के अनुसार शनिवार को सुबह पुलिस लाइन में रोज की तरह गणना चल रही थी तो तीनों नहीं मिले। इसके बाद जब उन्हें मोबाइल फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनके मोबाइल स्विच ऑफ मिले। परिजनों से भी पूछताछ की गई, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पाई। इस पर उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि तीनों निलंबित पुलिसकर्मियों का शनिवार से पता नहीं चल रहा है। मामले की विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।हाई प्रोफाइल लूटकांड की कथित तौर पर साजिश रचने का आरोपित दिल्ली फरार हुआ और अब वारदात को अंजाम देने वाले पुलिसकर्मी गायब हो गए। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर ऐसा कैसे हुआ और क्यों होने दिया गया। गौरतलब है कि लूटकांड की जांच में पहले ही दिन से अफसरों का उदासीन रवैया इस ओर संकेत कर रहा है कि किसी बड़े अफसर या नेता को बचाने की कोशिश हो रही है, जो अब लगभग पुख्ता होने लगी है। नहीं तो बेवजह दून पुलिस से जांच हटाकर एसटीएफ को नहीं दी जाती।दरअसल, लूटकांड में दस अप्रैल को प्रॉपर्टी डीलर अनुरोध पंवार की ओर से डालनवाला कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराए जाने के तुरंत बाद ही तीनों पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया। तब अफसरों ने कहा था कि आगे की कार्रवाई जांच में पुख्ता साक्ष्य मिलने के बाद की जाएगी, तब तक तीनों को पुलिस लाइन में निगरानी में रखा गया है।