देहरादून। उत्तराखंड में मौसम ने फिर से करवट बदली। गत रात तेज आंधी के दौरान हल्की बूंदाबांदी हुई। वहीं, कई जगह पेड़ गिरने से बिजली की लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं, बदरीनाथ धाम में सुबह बर्फबारी हुई। मौसम विभाग के अनुसार अभी दो दिन तक बारिश और आंधी का दौर जारी रहेगा।
मंगलवार रात को करीब आठ बजे दून शहर में आए अंधड़ से शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों की बत्ती गुल हो गई। सेवला कलां सहित झाझरा, मोहनपुर, बाईपास में बिजली की लाइनों पर पेड़ और टहनियां गिरने के कारण बिजली की तारें और पोल क्षतिग्रस्त हो गए। इससे इन क्षेत्रों में बिजली सप्लाई ठप हो गई। जबकि कई जगह एहतियातन विभाग को सप्लाई बंद करनी पड़ी।
अधिकतर क्षेत्रों में देर रात विद्युत आपूर्ति शुरू हो गई, जबकि बड़े पेड़ गिरने के कारण अजबपुर कलां, मोहनपुर, झाझरा क्षेत्र में रातभर आपूर्ति बाधित रही।
मंगलवार रात को तूफान से विद्युत वितरण खंड मोहनपुर के अंतर्गत मोहनपुर, बनियावाला के साथ ही झाझरा में कई जगह पेड़ और टहनियां विद्युत लाइनों के साथ ही पोल पर गिर गईं।
इससे आसपास के दर्जनों क्षेत्र अंधेरे में डूब गए। इसके साथ ही बाईपास के अजबपुर कलां में एक बड़ा पेड़ बिजली लाइन के ऊपर गिर गया। इससे पुष्पपुंज एनक्लेव सहित आसपास के क्षेत्रों में बत्ती गुल हो गई। इसके अतिरिक्त माजरा-आराघर 33केवी लाइन में भी कई जगह तारों में टहनियां गिरने के कारण विभाग को सप्लाई ठप करनी पड़ी।
नेहरू कॉलोनी, डालनवाला आदि क्षेत्रों में घंटों अधेरा पसरा रहा। जबकि तूफान बंद होने के बाद अन्य क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति सुचारू कर दी गई। मुख्य अभियंता व प्रवक्ता यूपीसीएल एके सिंह ने कहा कि सभी अधिकारियों को फील्ड में जाकर जहां-जहां दिक्कतें हैं उन्हें ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं।
चढ़ते पारे ने दून और मसूरी में बढ़ाई बेचैनी
मौसम विभाग की भविष्यवाणी भले ही उम्मीद जगाने वाली हो, लेकिन फिलहाल मैदान और पहाड़ मौसम की बेरुखी से बेचैन हैं। गत रात भी हल्की बूंदाबांदी से लोगों को राहत नहीं मिली। वहीं, बुधवार की सुबह गढ़वाल के जनपदों के साथ ही देहरादून और हरिद्वार में बादल छाए रहे। वहीं, कुमाऊं में नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में हल्की बूंदाबांदी हुई। वहीं, बदरीनाथ धाम में सुबह बर्फबारी हुई।
दून में मंगलवार इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 38.6 व न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 19.4 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि, देर शाम दून में तेज हवाएं चलीं और कुछ इलाकों में हल्की बौछारें पड़ीं। रात को भी दून में बादल छाये रहे और बारिश की संभावना बनी रही। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान जसपुर में 40.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
हालांकि, राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार शनिवार तक प्रदेश में कई जगह बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। प्रदेश में ज्यादातर शहरों में पारे का उछाल जारी रहा। हरिद्वार और रुड़की में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार है। वहीं, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और उत्तरकाशी में भी यह 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। मसूरी और नैनीताल जैसे पर्यटक स्थलों में भी दोपहर भारी गुजर रही है।
देहरादून स्थित राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार जल्द ही मौसम में बदलाव के संकेत हैं। देहरादून और आसपास के इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाये रहने का अनुमान है। इस दौरान गर्जन के साथ एक-दो दौर बारिश हो सकती है। इससे अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री की कमी आ सकती है। पर्वतीय इलाकों में कहीं-कहीं बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना है।
एक सप्ताह में दो डिग्री चढ़ा पारा
-30 अप्रैल, 38.6 डिग्री सेल्सियस
-29 अप्रैल, 38.1 डिग्री सेल्सियस
-28 अप्रैल, 37.9 डिग्री सेल्सियस
-27 अप्रैल, 37.6 डिग्री सेल्सियस
-26 अप्रैल, 37.0 डिग्री सेल्सियस
-25 अप्रैल, 36.5 डिग्री सेल्सियस