मैदानी क्षेत्रों में 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से अंधड़ की चेतावनी

देहरादून। उत्तराखंड में पर्वतीय और मैदानी क्षेत्र में बारिश और आंधी का दौर जारी है। वहीं, चारधाम सहित ऊंची पहाड़ियों में रुक-रुक कर हिमपात होने से लोगों को गर्मी से राहत मिलती नजर आ रही है।

गत दिवस जहां एक ओर बदरीनाथ, केदारनाथ व हेमकुंड साहिब में बारिश व बर्फबारी हुई। वहीं पौड़ी में बारिश के बाद गर्मी से राहत मिली। मैदानों में भी कहीं-कहीं हल्के बादल छाये रहने से तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई।

मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि आने वाले 24 घंटे में मैदानी क्षेत्रों में 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से अंधड़ आ सकता है। इस दौरान कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना भी है। प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

बुधवार को देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में लोग गर्मी से बेचैन रहे। दून का अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 37.8 व 23.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि हरिद्वार का अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस रहा। गर्मी का आलम यह है कि उत्तरकाशी, नैनीताल व अल्मोड़ा जैसे शहरों में पारा 30 डिग्री रहा। प्रदेश में जसपुर सबसे गरम रहा। यहां अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। गर्मी के कारण देहरादून की सड़कों पर लोगों की आवाजाही कम रही।

वहीं, रात को दून सहित उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में फिर से आंधी चली। साथ ही बारिश का दौर भी शुरू हुआ। पूरी रात भर हुई बारिश से समूचे उत्तराखंड के तापमान में भी गिरावट महसूस की गई। गुरुवार की सुबह से गढ़वाल और कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों में बादल छाए रहे। वहीं, कई स्थानों पर रुक-रुक कर हल्की बारिश भी हुई। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार शनिवार तक प्रदेश में कही-कहीं बारिश एवं ओलावृष्टि की संभावना है। जबकि ऊंचे पहाड़ों में बर्फबारी हो सकती है।

अंधड़ से कई जगह बत्ती गुल

मंगलवार की तरह बुधवार को भी रात को आई आंधी से दून शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों की बत्ती गुल हो गई। ओल्ड मसूरी रोड, ढाकपट्टी, गणेशपुर में लाइनों पर पेड़ गिरने के बाद जहां विद्युत लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं, वहीं, आइएसबीटी के पास एक बड़ा टिन शेड बिजली लाइन के ऊपर पर गिर गया। जिससे इन क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई। इसके अतिरिक्त, डोभालवाला सहित अन्य क्षेत्रों में तूफान के कारण बिजली की तारें आपस में टकराने से फ्यूज उड़ गया। जिससे घंटों यहां अंधेरा छाया रहा।

बुधवार को भी दून में आंधी के कारण ओल्ड राजपुर रोड पर एक पेड़ टूटकर 33 केवी लाइन पर गिर गया। जिससे लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इसके कारण आसपास के क्षेत्र अंधेरे में डूब गए। विद्युत विभाग के कर्मचारी लाइनों से पेड़ हटाने की कोशिश कर रहे थे। ढाकपट्टी में लाइनों में पेड़ की टहनियां गिरने से विद्युत आपूर्ति ठप रही। मोहनपुर विद्युत वितरण खंड के गणेशपुर, परेड ग्राउंड क्षेत्र के डोभालवाला सहित कई क्षेत्रों में आंधी के कारण बिजली की तारें आपस में टकराने से फ्यूज उड़ गया। जिससे यहां घंटों बिजली गुल रही।

पीलीकोठी, मथुरावाला, आइएसबीटी में भी लाइनों पर टिन शेड और पेड़ की टहनियां गिरने के कारण बिजली की सप्लाई ठप हो गई। तूफान खत्म होने के बाद विभाग के कर्मचारी नुकसान का जायजा लेने में जुट गए। मुख्य अभियंता और प्रवक्ता यूपीसीएल एके सिंह ने कहा कि सभी अधिकारियों को फील्ड में भेजकर निरीक्षण को कहा गया है। देर रात तक अधिकतर क्षेत्रों में विद्युत सप्लाई सुचारु कर दी गई।

पेयजल के लिए तरसे लोग

विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण इन क्षेत्रों में लोगों को पेयजल के लिए भी तरसना पड़ा। जल संस्थान ने ऐसे इलाकों में टैंकरों के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति की।

खराब मौसम के कारण देरी से गईं दो ट्रेनें

तेज आंधी और हल्की बारिश के कारण दून से जाने वाली दो ट्रेनें समय पर रवाना नहीं हो सकीं। दून से हावड़ा को जाने वाली उपासना एक्सप्रेस करीब डेढ़ घंटे और दून एक्सप्रेस को चार घंटे की देरी से रवाना किया जा सका।

स्टेशन अधीक्षक एसडी डोभाल ने बताया कि खराब मौसम के कारण दून-हावड़ा एक्सप्रेस को देर रात साढ़े बारह बजे के लिए रिशेड्यूल किया गया। इस ट्रेन के दून से रवाना होने का समय रात आठ बजे का है। वहीं उपासना एक्सप्रेस को भी करीब डेढ़ घंटे की देरी से रात साढ़े 11 बजे के लिए रिशेड्यूल किया गया। बताया कि किसी ट्रेन को रद या रूट डायवर्ट नहीं किया गया। बता दें कि उपासना एक्सप्रेस बुधवार व शनिवार को चलती है, जबकि दून एक्सप्रेस दून से रोजाना हावड़ा के लिए जाती है।

अंधड़ से मकानों की उड़ी छत 

पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी तहसील के तल्ला जोहार क्षेत्र में अंधड़ से मकानों की छत उड़ गई। भुजगढ़ नदी घाटी क्षेत्र बांसबगड़ क्षेत्र में चले अंधड़ से काफी अधिक क्षति हुई है। बरा गाव से मिली जानकारी के अनुसार भूपेंद्र सिंह का पालीहाउस क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं, भवन सिंह के मकान की छत उड़ गई। मुनस्यारी तहसील के मिलम मार्ग स्थित जीमिया गाव में तेज हवा से कमला देवी के मकान की छत भी उड़ी गई। इस पर परिवार के लोगों ने दूसरे के मकान में शरण ली।

प्रमुख शहरों का तापमान

शहर——————अधितम———–न्यूनतम

देहरादून—————-37.8————–23.2

मसूरी——————–26.2————-11.6

नई टिहरी————–26.2————–14.6

हरिद्वार—————-38.4—————21.1

रुड़की——————-38.3—————24.1

उत्तरकाशी————-33.2—————19.3

जोशीमठ—————25.1—————12.9

अल्मोड़ा—————-32.1—————15.1

नैनीताल—————-30.0—————18.0

पंतनगर—————-39.4—————22.4

पिथौरागढ़————–27.6—————09.4

मुक्तेश्वर—————28.0————–11.9

चंपावत——————25.9————-12.8

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