देहरादून।टिहरी गढ़वाल के नैनबाग में सवर्ण जाति के लोगों द्वारा पीटे जाने से मृत अनुसूचित जाति के युवक के शव को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच करने जा रहे ग्रामीणों को पुलिस ने कोरोनेशन अस्पताल से बाहर नहीं निकलने दिया। इससे गुस्साए ग्रामीण शव को अस्पताल में ही जमीन पर रखकर धरने पर बैठ गए। उन्होंने मांग उठाई कि मुख्यमंत्री उनसे आकर मिलें। साथ ही कहा कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने, पीड़ित परिवार के एक शख्स को सरकारी नौकरी, आर्थिक सहायता का जब तक लिखित आश्वासन नहीं दिया जाता, तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे। हालांकि एसडीएम सदर व सीओ डालनवाला ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन वह मांगों पर अडिग रहे। हालात को देखते हुए कोरोनेशन में पीएसी और आसपास के थानों की फोर्स को बुला लिया गया है।सवर्ण जाति के लोगों द्वारा पीटे गए अनुसूचित जाति के युवक की रविवार को महंत इंदिरेश अस्पताल में मौत हो गई। पटेलनगर पुलिस ने दोपहर में शव को पोस्टमार्टम के लिए कोरोनेशन अस्पताल भेजा। शाम साढ़े छह बजे पोस्टमार्टम होने के बाद ग्रामीण शव को लेकर नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री आवास जाने की जिद करने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें अस्पताल में ही रोक दिया। जिसके बाद मृतक के परिजन, रिश्तेदार व सामाजिक कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। थत्यूण निवासी शेर सिंह डोगरा ने बताया कि आरोपितों की अब तक गिरफ्तारी नहीं की गई। मुकदमा दर्ज होने के बाद से आरोपित गवाहों को धमकी दे रहे हैं। हम सभी सीएम से मिलकर उन्हें बताना चाहते हैं कि किस तरह कैंपटी थाने की पुलिस इस मामले में लापरवाही बरत रही है। युवक घर का इकलौता कमाने वाला था। उसका परिवार बेहद गरीब है। ऐसे में उसके परिवार को सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए। ग्रामीण देर रात तक धरने पर बैठे रहे।पुलिस से हुई नोकझोंक शव लेकर सीएम आवास जाने से रोके जाने के बाद ग्रामीण नारेबाजी करने लगे। ग्रामीणों ने अस्पताल से बाहर निकलने के लिए पुलिस से धक्का-मुक्की भी की। इस पर पुलिस और ग्रामीणों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। एहतियातन सीएम आवास रूट पर दिलाराम बाजार सहित अन्य इलाकों में फोर्स लगा दी गई है।अजय रौतेला (आइजी गढ़वाल परिक्षेत्र) का कहना है कि आरोपितों के खिलाफ कैंपटी थाने में एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत है। पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी को दबिश दे रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।