लाहौर। करीब तीन माह पूर्व (14 फरवरी 2019 को) जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की तर्ज पर लाहौर में भी बुधवार को भीषण बम धमाका हुआ है। पुलवामा की तरह लाहौर धमाके में भी सुरक्षा बलों को निशाना बनाया गया है। इस धमाके को भी आत्मघाती हमलावर ने अंजाम दिया है। लाहौर में हुए इस बम धमाके में कुल नौ लोगों की मौत हो गई है। इसमें पांच पुलिसकर्मी और तीन आम नागरिक हैं। एक शव आत्मघाती हमलावर का माना जा रहा है। इनके अलावा 26 अन्य लोग घायल हैं।
लाहौर के पुलिस अधिकारियों के अनुसार आत्मघाती हमलावर ने पुलिसकर्मियों की गाड़ी को निशाना बनाया है। पुलिस की ये गाड़ी लाहौर के एक धार्मिक स्थल दाता दरबार की सुरक्षा में तैनात थी। किंग एडवर्ड मेडिकल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर खालिद गोंडल ने बताया कि मृतकों की संख्या शुरूआत में आठ मानी जा रही थी। बाद में एक और क्षतविक्षत शव बरामद किया गया, जो आत्मघाती हमलावर का माना जा रहा है। घायलों में चार की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।
धमाके में घायल कुछ लोगों को मायो हॉस्पिटल में भी भर्ती कराया गया है। इसके साथ ही वहां इमरजेंसी लगा दी गई है। प्रोफेसर खालिद गोंडल ने स्थानीय मीडिया और समाचार एजेंसियों को बताया कि धमाके में मारे गए सात लोगों के शव मायो अस्पताल भेज दिे गए हैं, जबकि दो शव किंग एडवार्ड मेडिकल यूनिवर्सिटी के मुर्दाघर में रखे हुए हैं। पंजाब प्रांत के आईजी पुलिस आरिफ नवाज ने धमाके में पांच पुलिसकर्मियों के मारे जाने की पुष्टि की है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार पुलिस वैन पर आत्मघाती हमला बुधवार सुबह 8:45 बजे हुआ है। उस वक्त हमलावर का निशाना बनी पुलिस वैन धार्मिक स्थल दाता दरबार के गेट नंबर दो के पास सुरक्षा के लिए खड़ी थी। दाता दरबार का गेट नंबर दो महिला भक्तों के प्रवेश के लिए इस्तेमाल होता है। पाकिस्तान के डॉन न्यूज के अनुसार धमाका इतना तेज था कि उससे आसपास खड़ी गाड़ियों और घरों के शीशे भी टूट गए।
धमाके की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास के इलाके को घेर छानबीन शुरू कर दी है। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके से जांच के लिए नमूने एकत्र किए हैं। शुरूआती जांत में पुलिस को पता चला है कि आत्मघाती हमलावर ने धमाके में सात किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया है।
न्यूज एजेंसी रायटर्स ने पाकिस्तानी अधिकारियों के हवाले से बताया है कि धर्मस्थल और अस्पताल की तरफ जाने मार्ग पर पुलिस चेक प्वाइंट्स बनाकर उन्हें अलर्ट पर रखा गया है। हमले के तुरंत बाद पुलिस अधिकारियों ने धार्मिक स्थल दाता दरबार को खाली करा लिया था। श्रद्धालुओं को दूसरे दरवाजे से बाहर निकालकर धमाके वाले इलाके से दूर सुरक्षित जगह पहुंचा दिया गया है। इसके साथ ही दाता दरबार में प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार धमाके में किसी नतीजे पर पहुंचने के बाद ही वह इस संबंध में कुछ भी स्पष्ट बता सकेंगे। मौके से पुलिस, काउंटर-टेरेरिस्म डिपार्डमेंट और फॉरेसिंक विभाग ने काफी मात्रा जांच और सबूत के लिए नमूने एकत्र किए हैं। इसके साथ ही सरकार ने सभी रीजनल पुलिस अधिकारियों और शहरों के पुलिस अधिकारियों को हाई अलर्ट कर दिया है। पुलिस अधिकारियों को रमजान के पूरे महीने के दौरान धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था की दोबारा जांच करने को भी कहा गया है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मंत्री मिआ असलाम ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वह जब भी किसी धार्मिक स्थल पर प्रार्थना या पूजा-पाठ करने जाएं, तो अपने आसपास की चीजों और लोगों पर सतर्कता से नजर ऱखें। किसी तरह का संदेह होने पर तत्काल पुलिस अधिकारियों को सूचित करें।