नैनीताल : दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल के अरबपति कारोबारी गुप्ता बंधुओं के परिवार के सदस्य की चमोली जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्र औली में शादी का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया। कोर्ट ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए कहा है कि शादी की अनुमति किसने दी। हाईकोर्ट ने इस मामले में राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से भी आज ही मौका मुआयना कर कल तक रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए हैं।
मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन की अध्यक्षता वाली संयुक्त पीठ ने हाईकोर्ट ने औली में शादी कराने के इस मामले में राज्य सरकार से आज ही अपराह्न दो बजे तक स्थिति साफ करने को कहा है। कोर्ट ने पूछा कि क्या वहां हेलीपैड बनाया गया है । कितने पेड़ काटे गए हैं औली में शादी करने की अनुमति किसने दी। यहां बता दें कि इस शादी में दो सौ करोड़ खर्च होना बताया जा रहा है। कोर्ट ने यह भी पूछा है कि क्या पर्यावरण नुकसान के एवज में पांच करोड़ जमा कराए हैं या नहीं। काशीपुर निवासी रक्षित जोशी ने जनहित याचिका दायर की है। जिसमें हाईकोर्ट के पिछले साल के पारित आदेश को आधार बनाया है। साथ ही पर्यावरण मानकों का हवाला भी दिया गया है।
मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन की अध्यक्षता वाली संयुक्त पीठ ने हाईकोर्ट ने औली में शादी कराने के इस मामले में राज्य सरकार से आज ही अपराह्न दो बजे तक स्थिति साफ करने को कहा है। कोर्ट ने पूछा कि क्या वहां हेलीपैड बनाया गया है । कितने पेड़ काटे गए हैं औली में शादी करने की अनुमति किसने दी। यहां बता दें कि इस शादी में दो सौ करोड़ खर्च होना बताया जा रहा है। कोर्ट ने यह भी पूछा है कि क्या पर्यावरण नुकसान के एवज में पांच करोड़ जमा कराए हैं या नहीं। काशीपुर निवासी रक्षित जोशी ने जनहित याचिका दायर की है। जिसमें हाईकोर्ट के पिछले साल के पारित आदेश को आधार बनाया है। साथ ही पर्यावरण मानकों का हवाला भी दिया गया है।