नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। आज के समय में लोन की मदद से कार खरीदना काफी आसान हो गया है। कार खरीदने के बाद उसे सड़क पर उतरने से पहले उसका इंश्योरेंस करवाना बहुत जरूरी होता है। लंबे समय से कार डीलर कार के साथ-साथ इंश्योरेंस बंडल करके ग्राहकों को दे रहे हैं। आम तौर पर कार डीलर्स के साथ कई इंश्योरेंस कंपनियों के साथ टाई-अप होता है और ज्यादा इंश्योरेंस बेचने पर डीलर को फायदा पहुंचता है। इंश्योरेंस बेचने के लिए कार डीलर इंश्योरेंस कंपनियों के लिए बिक्री का बहुत बड़ा माध्यम होता है। कार इंश्योरेंस पॉलिसी के दो तरह के हैं। थर्ड पार्टी कवर और ओन डैमेज कवर। एक थर्ड पार्टी इंश्योरेंस आपको कार एक्सीडेंट के दौरान किसी तीसरे व्यक्ति या प्रॉपर्टी को नुकसान का बीमा करता है। वहीं ऑन डैमेज कवर व्हीकल को चोरी या एक्सीडेंट होने पर इंश्योरेंस करता है। सभी वाहनों के लिए थर्ड पार्टी कवर अनिवार्य है, वहीं ओन डैमेज कवर की सलाह दी जाती है। डीलर आमतौर पर एक ऐसा कार इंश्योरेंस पॉलिसी बेचते हैं, जिसमें ये दोनों कवर शामिल होते हैं