देहरादून। बिहार में चमकी बुखार के प्रकोप के चलते प्रदेश में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान उन्होंने अन्य विभागों से भी समन्वय स्थापित करने को कहा है, ताकि, क्षेत्र में साफ-सफाई, स्वच्छ जल और खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित कराकर हानिकारक जीवाणुओं को पैदा होने से रोका जा सके।
मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में कहा कि उत्तराखंड में अभी तक एक्यूट इनसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) की परिस्थितियां सामने नहीं आई हैं। बावजूद इसके सभी जनपदों को इसके लिए अलर्ट पर रखा गया है।इस संबंध में स्वास्थ्य महानिदेशक को तैयारियां और इसकी रोकथाम के लिए सभी जनपदों को एडवाइजरी जारी करने के निर्देश दिए हैं। ताकि, कोई मामला सामने आने पर इस बुखार को फैलने से तुरंत रोका जा सके। मुख्य सचिव ने कहा कि बारिश का सीजन शुरू हो चुका है। ऐसे में कहीं जलभराव और गंदगी न हो इसके लिए नगर निगम से समन्वय स्थापित किया जाए। जल संस्थान को स्वच्छ पेयजल की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए भी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
अपर सचिव स्वास्थ्य एवं निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने कहा कि प्रदेश में इस बुखार के साथ-साथ स्वाइन फ्लू और अन्य वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम और इलाज के लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। साथ ही मुख्य चिकित्साधिकारियों को इस तरह के रोगों की निगरानी करने के निर्देश भी दे दिए हैं।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान वित्त सचिव अमित नेगी, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. रविंद्र थपलियाल, निदेशक डॉ. आरके पांडेय, निदेशक डॉ. अमिता उप्रेती, अपर निदेशक डॉ एसपीएस नेगी और संचारी रोक नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. पंकज कुमार उपस्थित रहे।