नई दिल्ली। विदेश मंत्री माइक पोम्पियो अपनी भारत यात्रा के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं। पोम्पियो बुधवार को विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। पोम्पियो अमेरिका के साथ व्यापारिक तनाव के बीच सहयोग, साझेदारी और सद्भावना का संदेश लेकर भारत पहुंचे हैं। वह बुधवार को मुलाकात के दौरान ईरान से तेल निर्यात, भारत रूस के बीच एस-400 समझौते, व्यापार, पाकिस्तान से आतंकवाद को बढ़ावा और एशिया प्रशांत क्षेत्र में ट्रंप की महत्वाकांक्षी योजना समेत कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे। पोम्पियो इस दौरान भारत अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव, अमेरिका की भारत से भविष्य के जुड़े हित और अमेरिका के राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखकर भारत के समक्ष दोस्ती का हाथ बढ़ाएंगे।
यात्रा पर रवाना होने से पहले अमेरिकी सांसद इलियट एल एंजल ने सलाह दी थी कि वह भविष्य की चिंता करते भारत से रिश्तों को और मजबूत करने के इरादे से पीएम मोदी से मिलें। पीएम मोदी के दूसरी बार सत्ता में आने के बाद ट्रंप प्रशासन के किसी अधिकारी का यह पहला भारत दौरा है। मोदी इसके बाद ओसाका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिल सकते हैं।
‘हमारी मुलाकात सकारात्मक रुख के साथ होने जा रही है। हम व्यापार के मसले पर चर्चा करेंगे और साझे हित के बिंदुओं को तलाशने का प्रयास करेंगे।’- एज जयशंकर, विदेश मंत्री, भारत सरकार
इन मुद्दों पर है भारत अमेरिका के बीच खींचतान
1. व्यापार: अमेरिका ने हाल ही में भारत को जीएसपी से बाहर कर दिया था, जिसके बाद भारत ने अमेरिकी उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ा दिया था। इसको लेकर ट्रंप नाखुश भी हैं। पोम्पियों की बातचीत में व्यापार का मुद्दा अहम होगा, वह भारत से व्यापारिक साझेदारी बढ़ाने और संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोस्ती का हाथ बढ़ा सकते हैं।
2. एस-400 सौदा: रूस से एच-400 मिसाइल प्रणाली की खरीद पर अमेरिका काटसा प्रतिबंध की तलवार लटका रहा है। अमेरिका नहीं चाहता कि भारत रूस से यह प्रणाली खरीदे। इसको लेकर दोनों देशों के बीच विवाद की स्थिति रहती है।
3. ईरान से तेन निर्यात : ईरान के साथ अपनी दुश्मनी के कारण अमेरिका ने भारत समेत कई देशों को ईरान से तेल नहीं खरीदने की चेतावनी दी है। भारत की जरूरत का एक बड़ा हिस्सा ईरान से निर्यात होता है। ऐसी संभावना है कि इस मुद्दे पर चर्चा हो।
4. एच-1बी वीजा: अमेरिका एच-1बी वीजा को लेकर भारत को धमका रहता है। पिछले हफ्ते ही एच-1बी वीजा कार्यक्रम की समीक्षा करने और भारत की सीमा घटाने की बात अमेरिका ने की थी। भारत इस मुद्दे पर भी पोम्पियो से बातचीत कर सकता है।
अमेरिका इन मुद्दों पर चाहेगा भारत का साथ
1. प्रशांत क्षेत्र में चीन का दखल : अमेरिका प्रशांत क्षेत्र में चीन के दखल से चिंतित है और वह भारत से प्रशांत क्षेत्र में अपनी योजनाओं पर मदद चाहता है। ऐसे में पोम्पियो भारत-अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर जोर देंगे।
2. रक्षा खरीद बढ़ाने पर : पोम्पियो भारत से रक्षा खरीद बढ़ाने पर बातचीत कर सकते हैं। अभी भारत अमेरिका से 24 एमएच-60 सीहॉक हेलीकॉप्टर, लंबी दूरी वाले 10 पी8एलविमान और 6 अधिक अपाचे-64 हेलीकॉप्टर खरीदने पर बात कर रहा है।
3. अफगानिस्तान में शांति : पोम्पियो और मोदी के बीच अफगानिस्तान में शांति को लेकर बातचीत संभव है। अफगानिस्तान में भारत ने कई योजनाओं में निवेश किया हुआ है। ऐसे में अफगानिस्तान को युद्धक्षेत्र बदलने के पीछे पाकिस्तान के प्रभाव पर भी बातचीत हो सकती है।