नई दिल्ली। अगर कोई व्यक्ति चालान कटने के बाद भी जुर्माने की रकम को नहीं भरता है तो फिर वो बीमा प्रीमियम में जुड़ जाएगी, ताकि अगली बार बीमा कराने पर लोगों से यह रकम वसूली जा सके। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, जिन लोगों के पास कोई वाहन है और चालान हो जाने के बाद अगर वो व्यक्ति उस रकम को नहीं भरेगा, तो ऐसी राशि को बीमा प्रीमियम में जोड़ दिया जाएगा। इससे पुराने लंबित मामलों में ट्रैफिक पुलिस को रकम वसूलने में आसानी हो जाएगी। भारतीय बीमा नियामक प्राधिकरण (इरडा) ने इस योजना पर काम शुरू कर दिया है। फिलहाल इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दिल्ली में लागू किया जाएगा।
सड़क दुर्घटनाओं में होगी कमी
अगर बीमा प्रीमियम की राशि को ट्रैफिक चालान से जोड़ दिया जाएगा, तो फिर इससे सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आने की संभावना है। अब नए ट्रैफिक नियमों के लागू होने के बाद लोगों को ई-चालान भेजे जा रहे हैं। अगर इरडा का यह प्रयोग दिल्ली में सफल होता है, तो फिर इसको पूरी देश में लागू किया जा सकता है।
बनाई नौ लोगों की समिति
इस संबंध में एक नौ लोगों की समिति बनाई गई है, जिसमें दिल्ली ट्रैफिक पुलिस, इरडा, इंश्योरेंस इंफोर्मेशन ब्यूरो ऑफ इंडिया और प्रमुख जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हैं। यह समिति आठ हफ्ते में अपनी रिपोर्ट को सौंपेगी।
80 फीसदी चालान हुए कम
इसे चालान की मोटी रकम का ही डर कहेंगे कि दिल्ली के लोग अब अनुशासित होने लगे हैं। पिछले छह दिन में ही दिल्ली के लोग काफी अनुशासित हुए हैं। दिल्ली में छह दिन में चालान करीब 80 फीसदी कम हो गए हैं।
दिल्ली वाले यह खुद मानते हैं, साथ ही ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चालान की भारी भरकम राशि के डर के चलते लोग अनुशासित हो रहे हैं। दूसरी तरफ शरीर पर पहने जाने वाले कैमरे के चलते अब कोई सिफारिश नहीं चल रही है।