ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल के समापन समारोह के लिए एनटीपीसी ऑडिटोरियम में हिंदी सिनेमा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि विदेशों के भी कलाकार और राजदूत पहुंचे। इस अवसर पर संदीप मारवाह ने आये हुए अतिथियों का भव्य स्वागत किया और उन्होंने कहा कि आज मुझे बहुत ख़ुशी है की हमारा बारहवां ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल काफी सफल रहा जिसमें हमने कई वर्कशॉप, फिल्में व कई प्रदर्शनी का आयोजन किया जिसका लुत्फ़ संस्थान के छात्रों के साथ साथ अतिथियों ने भी उठाया और मैं गर्व से कह सकता हूँ की आये हुए अतिथियों से मेरे छात्रों ने ही नहीं बल्कि मैंने भी बहुत कुछ सीखा है। इस समापन समारोह में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को हिंदी सिनेमा संरक्षक, फिल्म निर्देशक प्रियदर्शन हिंदी सिनेमा रत्न और हिंदी सिनेमा संरक्षक सम्मान से अखिलेश मिश्रा, निर्देशक राहुल रवैल, टीपी अग्रवाल, बी एन तिवारी, श्याम श्रॉफ को सम्मानित किया और हिंदी सिनेमा भूषण सम्मान से प्रेम चोपड़ा, करैक्टर आर्टिस्ट विक्रम गोखले और मुज्जफर अली को सम्मानित किया, इन सभी ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की। इस हिंदी सिनेमा की कई जानी मानी हस्तियां जैसे नीलिमा अजीम, मनीष पॉल, वीरेंद्र सक्सेना, राजेंद्र गुप्ता, दीपक बलराज विज, अरुण बख्शी, राजा बुंदेला, बृज गोपाल, दीपक केजरीवाल, अमिता नांगिया, नदीम खान, पार्वती खान, मीरा चोपड़ा, मनीष गुप्ता, पंकज पाराशर, उषा देशपांडे, कर्मा शेरिंग को हिंदी सिनेमा गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कई देशो के राजदूत जैसे उज्बेकिस्तान के फर्हूद अरज़िएव, वियतनाम के पॉम चाउ, मंगोलिया के गेंचिंग गम्बोल्ट, पापुआ के पॉलियास कोर्नी, चेक रिपब्लिक के इवान लांसरिक, बांग्लादेश के दाता हिदायत अब्दुल हमीद, बोस्निया हर्जेगोविना के मोहम्मद सेनजिक, आर्मेनिया के अर्मेनमारलिओरोसियम, ईरान के कल्चरल कॉउंसलर अली चेगनी, अफगानिस्तान के ताहिर कादरी, भूटान के वेस्टॉप नामग्याल, ट्यूनीशिया के नेजमदीन लखल और काजाकिस्तान के राजदूत बुलैट संसेन्जयार को हिंदी सिनेमा समर्थक से सम्मानित किया।
मुजफ्फर अली ने कहा की हमारे देश में कई भाषाओं में फिल्में बनाई जाती है मैं तो यहीं कहूंगा की विश्व में सबसे ज्यादा फिल्में हमारे देश में बनती है चाहे वो हिंदी, पंजाबी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, भोजपुरी या फिर मराठी, सभी फिल्मों का अपना अपना वर्चस्य रहा है।
आरिफ मोहम्मद खान ने कहा मुझे बहुत अच्छा लग रहा है की अपने मुझे इस हिंदी सिनेमा सम्मान समारोह में आमंत्रित किया, जहाँ हम इतने बड़े बड़े कलाकरों, फिल्म निर्देशक, फिल्म मेकर से मुलाकात संभव हो पायी और साथ ही यहाँ आने वाले कलाकार, निर्देशक ज्यादा संख्या में मौजूद है और ऐसे कार्यक्रम से हमारे नौजवान छात्रों को प्रेरणा मिलेगी। मैं काफी समय से केरला में हूँ वहां मुझे रास्ते में हिंदी गाना सुनाई दिया जो बहुत ज़ोर से बज रहा था और मुझे बहुत आश्चर्य हुआ क्योंकि केरल में ज्यादातर लोग ऐसे है नहीं जानते। फिल्म के ज़रिये वो भी अपनी भावनाये व्यक्त करते है जो बोल भी नहीं सकते। हिंदी का विकास संपर्क भाषा के रूप में होना चाहिए जो सभी को आये साथ ही मैं कहना चाहूंगा की संदीप मारवाह अपने हर कार्य को सफल बनाने में पूरी ऊर्जा लगा देते है और इनके साथ एक पॉसिटिविटी का एहसास होता है।
प्रेम चोपड़ा ने कहा कि इस तरह के आयोजन से अपने कार्य के सफल होने का एहसास होता है और छात्रों से कहना चाहूंगा की आज फिल्म इंडस्ट्री को अच्छे स्क्रिप्ट राइटर और अच्छी स्टोरी की ज़रूरत है, आप अगर हिंदी सिनेमा में जाना चाहते है तो इसपर कार्य ज़रूर करे।
अंत में संदीप मारवाह ने आये हुए अतिथियों का धन्यवाद दिया और कहा कि इस तरह का प्रोत्साहन हमें आगे कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।