संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही के दौरान आज लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ सुलग रहे पूर्वोत्तर का मामले पर कांग्रेस ने सवाल उठाए। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में पूर्वोत्तर में अशांति का मुद्दा उठाते हुए वहां जल्द से जल्द शांति बहाल करने की मांग की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भैय्याजी जोशी ने कहा, ‘हम नागरिकता संशोधन विधेयक लाने के साहसिक कदम के लिए केंद्र, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देना चाहते हैं। भारत में रहने वाले शरणार्थियों (अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से) को सम्मानजनक स्थान देना वर्तमान सरकार की एक बड़ी पहल है। हम उनका स्वागत करते हैं।’ कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद लोकसभा में गुरूवार को पूर्वोत्तर क्षेत्र में हिंसा भड़कने का दावा किया, जिस पर सरकार ने कहा कि उत्तर पूर्वी राज्यों में मुख्य विपक्षी दल हिंसा भड़का रहा है। कांग्रेस, द्रमुक और तृणमूल कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सदन से वाकआउट किया।
सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक संसद से पारित होने के बाद पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में हिंसा फैल रही है। वहां सेना तैनात की गई है। उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्व के राज्यों में इंटरनेट बंद है और हालात कश्मीर जैसे होते दिख रहे हैं। कांग्रेस नेता चौधरी ने इस संबंध में बांग्लादेश के विदेश मंत्री के एक बयान का भी उल्लेख किया जिस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि हमारा देश और यह संसद हमारे संविधान से चलते हैं।