कार्बेट टाइगर रिजर्व के तराई पश्चिमी वन प्रभाग में एक गर्भवती बाघिन की सड़क हादसे में मौत हो गई। बाघिन दो से तीन महीने में तीन शिशुओं को जन्म देने वाली थी। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में इसकी तस्दीक हो गई है। यही नहीं, पिछले एक हफ्ते में राज्य में चार गुलदार सड़क दुर्घटना में मारे गए हैं। वन्यजीवों को संरक्षण देने के लिहाज से राज्य की स्थिति बेहतर है। लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में मारे जा रहे वन्यजीव विकास की कीमत चुका रहे हैं।
तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ हिमांशु बागड़ी बताते हैं कि शुक्रवार सुबह 8 बजे के आसपास खबर मिली कि स्टेट हाईवे पर चूनाखान क्षेत्र के पास एक बाघिन सड़क पर मृत पड़ी है। घटनास्थल पर कार की कांच के टुकड़े भी बिखरे हुए थे। उनका कहना है कि गाड़ी तेज़ रफ्तार में रही होगी, जिससे ज़ोरदार टक्कर लगी। ऐसा भी संभव है कि कोहरा होने की वजह से वाहन चालक को कुछ दिखाई नहीं दिया होगा। हालांकि क्षेत्र में लगे सीसीटीवी से वाहन की पहचान की कोशिश की जा रही है। डीएफओ ने बताया कि पोस्टमार्टम में सड़क दुर्घटना में मौत की पुष्टि हुई है, साथ ही बाघिन के तीन भ्रूण भी मिले हैं।
राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक राजीव भरतरी कहते हैं कि बाघ-हाथी बहुल्य क्षेत्र में वाहन चलाते समय लोगों को सावधानी बरतने की अपील की जाती है। लोगों को जागरुक करने के भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर वाहनों की गति नियंत्रित करने के प्रयास किए जाएंगे।