दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब एक महीने से भी कम समय शेष रह गया है। जहां एक ओर दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। वहीं कांग्रेस और बीजेपी में उम्मीदवारों को लेकर मंथन जारी है। दिल्ली की सबसे हाई प्रोफाइल सीट नई दिल्ली में दिलचस्प लड़ाई देखने को मिल सकती है। इस सीट से दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल चुनाव लड़ते हैं। ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी में केजरीवाल के खिलाफ प्रत्याशी को लेकर मंथन जारी है। पहले खबर थी कि बीजेपी की तरफ से सषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को केजरीवाल के खिलाफ उतारा जाएगा। लेकिन बाद में पता चला कि उनसे अब तक पार्टी के किसी नेता ने संपर्क ही नहीं किया है। कुमार विश्वास ने भी बीजेपी में शामिल होने की खबरों का खंडन कर दिया। बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की कल देर रात बैठक हुई, जिसमें कैंडिडेट के नाम फाइनल कर लिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्यों के अलावा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी भी इस बैठक में मौजूद थे। करीब तीन घंटे तक चली बैठक में हर सीट पर चर्चा की गई। माना जा रहा है कि बीजेपी शुक्रवार को दोपहर के बाद सभी सीटों पर कैंडिडेट के नामों का ऐलान कर सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी नई दिल्ली सीट से करावल नगर सीट के विधायक रहे कपिल मिश्रा को उताराना चाहती थी, लेकिन वह अपनी पुरानी सीट छोड़ने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में पार्टी दूसरे नाम को लेकर मंथन कर रही है। खबर ये भी है कि 2015 में नई दिल्ली सीट से केजरीवाल को चुनौती देने वाली बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा एक बार फिर से केजरीवाल को टक्कर दे सकती हैं। वहीं बात अगर कांग्रेस की करे तो वहां भी केजरीवाल के खिलाफ उम्मीदवार की खोज जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की बेटी लतिका या बहन रमा धवन के भी नाम हैं। लेकिन दोनों ने अब तक इस पर सहमति नहीं दी है। अलका लांबा का नाम भी नई दिल्ली से चुनाव लड़ने की रेस में आगे है।