देहरादून। आज के समय में लोग पौष्टिक आहार को कम अहमियत देने लगे हैं और फास्ट या जंक फूड की तरफ उनका रुझान तेजी से बढ़ता जा रहा है। इससे होने वाले नुकसान के बारे में सब अच्छे से जानते हैं, बावजूद इसके जंक फूड के सेवन में कमी नहीं आ रही है। डायटीशियन एवं न्यूट्रीशियन एडवाइजर शरण्य चिराग चंद्रा के अनुसार फास्ट फूड और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से मोटापा, हृदय रोग, मधुमेह और अन्य बीमारियों में वृद्धि हुई है।
‘दैनिक जागरण’ के अभियान ‘जंक फूड से जंग’ के तहत एसजीआरआर तालाब जूनियर ब्रांच में आयोजित कार्यशाला में उन्होंने अभिभावकों को आगाह किया कि बच्चों को जंक फूड से दूर रखें। कहा कि फास्ट-फूड में मौजूद अतिरिक्त कैलोरी से वजन बढ़ता है। यह मोटापे का कारण हो सकता है। इतना ही नहीं, यह अस्थमा और सांस लेने में तकलीफ सहित, यह कई प्रकार की श्वसन समस्याओं के जोखिम को भी बढ़ाता है। अतिरिक्त वजन आपके दिल पर दबाव डाल सकता है। इससे आप चलने, सीढ़ियों पर चढ़ने या कसरत करने में परेशानी महसूस कर सकते हैं। विशेष रूप से बच्चों के लिए, श्वसन समस्याओं का खतरा अधिक बढ़ जाता है।