एक हजार और पांच सौ रुपये के पुराने नोट की वैधता समाप्त करने के बाद अब आरबीआइ सौ के नोटों की सफाई करेगी। हालांकि यह सफाई नोटबंदी की तरह नहीं है और आरबीआइ पहले सौ रुपये के नए नोट बाजार में उतारेगी। इसके बाद पुराने नोटों को बाजार से साधारण प्रक्रिया की तहत उठाएगी। आरबीआइ का फोकस वर्ष 2005 से पहले के नोटों को चलन से बाहर करने का है।
आठ नवंबर, 2016 को प्रधानमंत्री ने एक हजार और पांच सौ रुपये के पुराने नोट को बंद करने का फैसला किया था। इसके बाद बाजार में सौ रुपये के नोटों की अधिक मात्रा पहुंचाई गई थी। इसके अलावा बैंकों को सौ रुपये के नोट बढ़ाने और अपने दस फीसद एटीएम को 100 एक्सक्लूसिव करने का निर्देश पहले ही दे चुकी है। यानी ऐसे एटीएम जिसमें केवल सौ रुपये के नोट निकलेंगे। सूत्रों का कहना है कि सरकार सौ रुपये के नए नोट छपवा रही है। सके रंग में अधिक परिवर्तन नहीं होगा लेकिन यह 2005 की सीरीज के नोट से भिन्न होगा और इसकी साइज में अंतर हो सकता है। इस नोट को बाजार में उतार कर सौ के पुराने नोट चलन से बाहर किए जाएंगे।