कोरोना ने भले ही देश की सीमाओं को तोड़कर पूरे विश्व में महामारी का रूप ले लिया हो लेकिन इससे बचाव के लिए क्वारंटीन में रखे लोग अब भी जाति और धर्म के बंधन में जकड़े हुए हैं। कहीं कोई स्वास्थ्य कर्मियों के साथ अभद्रता कर रहा है तो कोई खाने-पीने से इनकार कर रहा है।
ऐसा ही एक मामला रविवार को बस्ती के एक क्वारंटीन सेंटर में सामने आया। यहां रखे गए लोगों ने रसोइये के हाथ से बना खाना खाने से इनकार कर दिया। वजह है रसोइये का अनुसूचित जाति का होना। पुलिस ने इनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामला सिसवा बरुआर के विद्यालय में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर से जुड़ा है। यहां बाहर से आए लोगों को रखा गया है। भोजन बनाने के लिए एक महिला रसोइये का इंतजाम किया गया है। रसोइया अनुसूचित जाति की है। इस वजह से क्वारंटीन में रह रहे लोगों ने भोजन करने से इनकार कर दिया है। बहुत समझाने के बाद भी जब वे नहीं माने तो प्रधान प्रतिनिधि राकेश कुमार ने सोनहा पुलिस को तहरीर देकर क्वारंटीन में रखे गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी के खिलाफ धारा 188 व 269 के तहत केस दर्ज कर लिया है।