उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिता के निधन के बाद भी काम में जुटे रहे। लॉकडाउन के कारण उन्होंने अंतिम संस्कार में नहीं जाने का फैसला लिया। उन्होंने इस दुख की घड़ी में भी अपने राज्य को छोड़कर नहीं जाने का फैसला कर राजधर्म के प्रति अपनी निष्ठा का परिचय दिया।
योगी आदित्यनाथ लखनऊ में रहते हुए ही बेटे होने का फर्ज भी निभा रहे हैं। वह मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर कोरोना वायरस की कोर टीम (टीम-11) के साथ बैठक करने पहुंचे। बैठक से पहले उन्होंने सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दो मिनट का मौन रखकर स्वर्गीय पिता आनंद सिंह बिष्ट की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।