दोनों राज्यों की पुलिस बनी बाराती
उत्तराखंड के गदरपुर शहर बारात लेकर जा रहे है बारातियों को कोतवाली पुलिस ने बॉर्डर पर ही रोक लिया और परमिशन न दिखाए जाने पर वहीं से वापस लौटा दिया। बाद में एसडीएम द्वारा परमिशन मिलने पर उत्तराखंड और यूपी पुलिस ने मिलकर दोनों का विवाह सम्पन्न कराया। शहजादनगर थाना क्षेत्र के निपनिया गांव निवासी रामकुमार के पुत्र सुरेश पाल का विवाह उत्तराखंड के गदरपुर शहर के कुलवंत नगर कॉलोनी निवासी चंद्रपाल की पुत्री नीलम के साथ तय हुआ था।
बताया जाता है कि दुल्हन पक्ष के पास शादी की परमिशन थी, जबकि दूल्हे पक्ष के पास परमिशन ना होने पर यूपी पुलिस ने दूल्हे को बॉर्डर पर ही रोक लिया। बाद में दूल्हे के पिता रामकुमार द्वारा नगर पहुंचकर उपजिलाधिकारी डॉक्टर राजेश कुमार से परमिशन लिए जाने के बाद यूपी पुलिस तथा उत्तराखंड पुलिस की मौजूदगी में बॉर्डर पर युवक का विवाह संपन्न हुआ है।
दूल्हे पक्ष की ओर से दूल्हे का पिता रामकुमार दूल्हे के चाचा पूरन तथा सुनील शामिल हुए, जबकि दुल्हन पक्ष की ओर से उसके पिता चंद्रपाल, मां मुरारी लाल के अलावा पंडित शामिल हुए। जिन्होंने विधि विधान से दोनों का विवाह संपन्न कराया है। वहीं दूसरी ओर दूल्हा सुरेश पाल के अनुसार उसके पिता ने परमिशन के लिए दो बार ऑनलाइन आवेदन किया था, लेकिन दोनों बार परमिशन रद्द होने के कारण उन्हें कड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।