देश में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। बीते नौ दिनों की बात करें तो कई राज्यों में मरीजों की संख्या 50 फीसदी तक बढ़ी है। ऐसे में इन नए कंटेनमेंट जोन से चिंता बढ़ गई है। पिछले 9 दिनों में 8 राज्यों के 20 ग्रीन जिलों में 283 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। कुछ राज्यों में तो इसी अवधि में संक्रमितों की संख्या 50 फीसदी से भी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। इतना ही नहीं संक्रमण से मुक्त घोषित किए जा चुके त्रिपुरा में 40 नए मरीज सामने आने के बाद कंटेनमेंट जोन फिर बनाए गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 30 अप्रैल को जारी सूची के अनुसार, देश में 130 जिले रेड, 284 ऑरेंज और 319 जिले ग्रीन जोन में हैं। अब ग्रीन जिलों में से 20 में सूची के जारी होने के बाद नए संक्रमित मिलने से सरकार में चिंता बढ़ गई है। तीन मई को अमर उजाला की रिपोर्ट ‘जहां ज्यादा जांच, वहीं अधिक संक्रमण’ में बताया गया था कि ज्यादा जांच वाले प्रदेशों में रेड जोन जिले ज्यादा मिल रहे हैं।
आशंका जताई गई थी कि जांचों की संख्या बढ़ने पर ग्रीन जिले भी रेड जोन में आ सकते हैं। दिल्ली एम्स के वरिष्ठ डॉक्टर व टास्क फोर्स के एक सदस्य का कहना है कि जांच बढ़ने से ग्रीन जिले रेड जोन में आ सकते हैं। यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, जिससे बचा नहीं जा सकता।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने हर सप्ताह समीक्षा के बाद जिलों की जोन वार सूची करने का फैसला लिया गया था। पुनरीक्षित सूची एक या दो दिन में सामने आ सकती है। जिसे लेकर विशेषज्ञों की टीम हर जिले की समीक्षा में जुटी है।