राजधानी में बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही उसे प्रवेश दिया जाएगा। इसमें विभिन्न राज्यों से आने वाले मजदूर भी शामिल हैं, जिनकी इन दिनों आनंद विहार बस अड्डे समेत अन्य स्थानों पर टेस्टिंग चल रही है।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में विभिन्न बस अड्डों के साथ 250 डिस्पेंसरियों में कोरोना की टेस्टिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि बसों के अलावा ट्रेनों से लाखों लोग दिल्ली आ रहे हैं। इसमें बड़ा वर्ग मजदूरों का है। इसमें कुछ लोग पहले से ही दिल्ली की विभिन्न फैक्ट्रियों में कार्यरत थे, जोकि लॉकडाउन के कारण अपने-अपने घर लौट गए थे, लेकिन अब वे फिर लौट रहे हैं।
दूसरी ओर मंगलवार को आनंद विहार बस अड्डे पर दूसरे राज्यों से आने वाले कुल 608 मजदूरों की एंटीजन किट से कोरोना जांच की गई, जिनमें से छह लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।
कई बार शरीर में रह जाता है मृत वायरस
सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना से संक्रमित रहा कोई भी व्यक्ति अभी तक दोबारा संक्रमण का शिकार नहीं हुआ है। ऐसी कोई रिपोर्ट सरकार के पास नहीं आई है। कुछ लोगों में मृत वायरस होता है, जिससे वह बाद में पॉजिटिव दिख जाता है। अभी तक कोई ऐसा व्यक्ति नहीं मिला है, जो कोरोना से ठीक हुआ हो और उसमें दो से तीन महीने बाद फिर से कोरोना के लक्षण दिखे हों।