नई दिल्ली। पैंगोंग सो झील के पास सैनिकों के लिए बैरक भी बना रहा। एलएसी पर जारी गतिरोध के बीच चीन ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के आसपास 5जी इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करना शुरू कर दिया है। यहीं नहीं चीन की सेना ने पैंगॉन्ग सो झील के पास सैनिकों के लिए बैरकों के अलावा अन्य निर्माण करने में भी लगा हुआ है।
खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट किया है कि सीमा से पीछे हटने के दावे के बीच चीन पैंगॉन्ग सो झील के आसपास नए निर्माण कार्यों को तेजी से पूरा कर रहा है। यहां नए शेड के निर्माण किए गए हैं। ऐसा तब किया गया, जब दोनों देश सीमा से अपनी सेना को पीछे बुलाने के लिए एक-दूसरे के लगातार संपर्क में हैं। सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच मई में शुरू हुआ तनाव 4 महीने से जारी है। शुरूआत में गलवान वैली और पेट्रोलिंग पॉइंट (पीपी)- 15 से चीन ने सेना पीछे बुलाने का फैसला किया था, जबकि पैंगॉन्ग सो और गोगरा- हॉट स्प्रिंग (जिसे पीपी-17ए कहा जाता है) को लेकर चीन अभी भी अड़ा हुआ है। चीन पैगॉन्ग सो में फिंगर-5 से फिंगर-8 के बीच खुद को मजबूत करने की लगातार कोशिश कर रहा है।
पीएलए ने मई की शुरूआत में फिंगर-4 से फिंगर-8 के बीच किलेबंदी करना शुरू कर दिया था। इसके बाद से चीन सीमा पर मई से पहले वाली स्थिति बहाल करने में आनाकानी कर रहा है।