मनोज तिवारी ने गाना गाया तो भाजपा जीत गई, नहीं गाया तो हार गई

अब इसे संयोग कहें या कुछ और लेकिन भाजपा नेता मनोज तिवारी के साथ एक टोटका जुड़ गया है। उन्होंने जिस चुनाव में अपनी आवाज देकर वीडियो गीत के जरिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का प्रचार किया, वहां तो पार्टी जीत गई, लेकिन जिस चुनाव में गाना नहीं गाया, उसमें पार्टी हार गई। दिल्ली के मामले में तो यह बात अब तक पूरी तरह सच साबित हुई है। भाजपा के इस ‘लकी चार्म’ ने बिहार चुनाव के लिए अब फिर अपनी आवाज दी है, जिसका परिणाम 10 नवंबर को सामने आएगा।

भाजपा नेता मनोज तिवारी ने दिल्ली में वर्ष 2017 के एमसीडी चुनाव और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में गाना गाकर पार्टी के लिए वोट मांगा था। इन दोनों ही चुनावों में पार्टी ने जबरदस्त जीत हासिल की थी, लेकिन अज्ञात कारणों से वर्ष 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में गाना नहीं गाया और इसमें पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में आम आदमी पार्टी ने कुल 70 सीटों में से रिकॉर्ड 67 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया था। अरविंद केजरीवाल की पार्टी से कुछ ही समय बाद होने वाले नगर निगम चुनाव में भी शानदार प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन इसी बीच भाजपा ने मनोज तिवारी को दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बनाकर उनकी अगुवाई में नगर निगम चुनाव लड़ा।
तिवारी ने गाया गाना, पार्टी को मिली 181 सीटें
मनोज तिवारी को पूर्वांचली वोटरों को लुभाने के लिए लाया गया था। तिवारी ने अपनी मधुर आवाज में वीडियो गीत ‘भाजपा दिल में, दिल में, भाजपा दिल्ली में’ जारी कर जनता से वोट मांगा था। लंबे समय से नगर निगम पर काबिज भाजपा के लिए यह चुनाव बेहद कठिन माना जा रहा था, लेकिन इस चुनाव में भाजपा ने शानदार 181 सीटें हासिल की थीं।

लोकसभा चुनाव में चला मनोज तिवारी की आवाज का जादू
इसके बाद वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में मनोज तिवारी ने एक बार फिर अपनी आवाज का जादू बिखेरा और वीडियो गीत ‘पांच साल और मोदी की जरूरत है’ गाना गाया। यह गीत भी खूब लोकप्रिय हुआ। इस चुनाव में भाजपा ने शानदार सफलता हासिल की और दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करने में सफल रही।
नहीं गाया गाना और मिली हार वर्ष 2019 के चुनाव में शानदार जीत से उत्साहित भाजपा ने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में अपनी पूरी जान लगा दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत उसके सभी शीर्ष नेताओं ने दिल्ली में जमकर प्रचार किया, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने लगातार दूसरी बार शानदार सफलता हासिल कर भाजपा को सत्ता से दूर कर दिया। यह संयोग ही था कि इस विधानसभा चुनाव में मनोज तिवारी ने अपनी आवाज में कोई गाना नहीं गाया था। उन्होंने गाना गाकर वोट नहीं मांगे थे। मनोज वाजपेयी को दिया करारा जवाब बॉलीवुड अभिनेता मनोज वायपेयी ने कुछ दिन पहले ‘बिहार में का बा’ गाने के जरिए धूम मचा दी थी। उनके इस गीत को बिहार के प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा पर एक गंभीर टिप्पणी माना गया था। लेकिन अब भाजपा नेता और सांसद मनोज तिवारी ने एक वीडियो गीत जारी करते हुए मनोज वाजपेयी को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि जिसे बिहार में कोई बदलाव नहीं दिखाई पड़ रहा हो, उसे अपना चश्मा बदल लेना चाहिए। तिवारी ने लगभग आठ मिनट के गीत में बदले बिहार की कहानी दिखाने की कोशिश की है। उनका यह गीत सोशल मीडिया पर खूब लोकप्रिय हो रहा है।
तिवारी ने अपने वीडियो में एम्स, प्रबंधन संस्थान, अटल सेतु, सड़कें और एलईडी से जगमग गांव दिखाते हुए कहा है कि पिछले कुछ समय से बिहार लगातार आगे बढ़ रहा है। तिवारी ने जनता से अपील की है कि उन्हें अब बिजली, पानी और सड़कों पर काम करने वाली सरकार को आगे बढ़ाना चाहिए। बड़ी मुश्किल से बिहार में इस तरह की राजनीति की शुरुआत हुई है और अब इसे पीछे नहीं छोड़ना चाहिए। उन्होंने वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की जमकर तारीफ की है।

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