नई दिल्ली। ‘कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो’ कुछ किस्सों में ये पंक्तियां बिलकुल फिट बैठती हैं। ऐसा ही एक नजारा बुधवार रात हैदराबाद को आइपीएल मैच में देखने को मिला। एक ऐसा नजारा जब जाहिर तौर पर कुछ आंखें तो भीगी होंगी…..
– मैदान पर उतरा लाडला
हम बात कर रहे हैं सनराइजर्स हैदराबाद टीम के गेंदबाज मोहम्मद सिराज की जो बुधवार रात पहली बार आइपीएल मेें खेलने उतरे थे।
जी हां, ये वही ऑटोरिक्शा चालक का बेटा है जिसने आइपीएल की नीलामी में खलबली मचा दी थी। उनका आधार मूल्य (बेस प्राइज) 20 लाख रुपये था लेकिन वो बिके 2.6 करोड़ रुपये में। उस दिन जब उनके परिजनों के बयान मीडिया में सामने आए तो संघर्ष की कहानी बयां हो रही थी लेकिन बुधवार रात आखिर उनका लाडला पहली बार क्रिकेट के उस मंच पर उतरा जहां उसे पूरी क्रिकेट की दुनिया के दिग्गजों के बीच, पूरी दुनिया निहार रही थी। सिराज ने आते ही अपने पहले ओवर में दिल्ली के ओपनर सैम बिलिंग्स को भी आउट कर दिया और अपने चौथे ओवर में धुरंधर बल्लेबाज संजू सैमसन का विकेट भी लिया। एक समय था जब उनके परिवार के एक सदस्य ने एक स्थानीय मैच के दौरान 9 विकेट लेने पर 500 रुपये का इनाम दिया था और आज एक टीम उन पर करोड़ों लुटाने को तैयार है। जाहिर है कि जिन्होंने उनके संघर्ष को देखा या समझा है, वहां कुछ आंखें तो खुशी से भीगी ही होंगी।
– साधना या साधन?
सवाल बड़ा है, कि क्या बड़ा खिलाड़ी बनने के लिए कड़ी साधना की जरूरत है या फिर अच्छे साधन की। दरअसल, आजकल दोनों की अहमियत उतनी ही है। सिराज के मामले में उन्होंने कभी अपनी साधना में कमी नहीं होने दी। उनके माता-पिता के मुताबिक उनका बेटा धूप, सर्दी जैसी चीजों की परवाह किए बगैर अभ्यास करता था। लक्ष्य बाद में बने, पहले हुनर तराशा।
वहीं, साधन की बात करें तो उनके पिता की दाद देनी होगी जिन्होंने एक ऑटोरिक्शा चालक होने के बावजूद अपने बच्चों के लिए लगातार पूंजी जोड़ी और उनकी हर इच्छा को पूरा करने का प्रयास किया। फिर चाहे वो सिराज के लिए जूते और क्रिकेट किट का इंतजाम करना हो या फिर अपने बड़े बेटे को पढ़ाना हो (जो आज एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है)। खराब स्थितियों में इस परिवार ने संयम नहीं खोया और बुधवार रात उनके परिवार का एक सदस्य मैदान पर उनकी पहचान बनकर व पहचान बनाकर उतरा।
– क्या कहते हैं आंकड़े
सिराज ने अपने आइपीएल करियर के पहले मुकाबले में अपने 4 ओवर के दौरान 39 रन लुटाए और 2 अहम विकेट लिए। उन्होंने दिल्ली के दोनों ओपनर्स को पवेलियन का रास्ता दिखाया। आइपीएल से पहले दाएं हाथ के पेसर सिराज ने 11 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैचों में कुल 44 विकेट हासिल किए हैं। जबकि 10 ट्वंटी20 मैचों में उन्होंने 16 विकेट हासिल किए है। वहीं, लिस्ट-ए क्रिकेट के 8 मैचों में उनके नाम 13 विकेट दर्ज हैं।