नासा की अंतरिक्ष यात्री केट रूबिन्स ने 30 नवंबर को पहली बार अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर उगाई गई मूली की फसल काटी है। नासा ने इस प्रयोग का नाम प्लांट हेबिटेट-02 रखा है। मूली को स्पेस स्टेशन में उगाने के लिए इसलिए चुना, क्योंकि वैज्ञानिकों को विश्वास था कि यह 27 दिन में पूरी तरह तैयार हो जाएगी। मूली की इस फसल में पोषक तत्व भी हैं और खाने लायक भी है।
वहीं, आईएसएस रिसर्च ने ट्वीट कर बताया कि, मूली अध्ययन के लिए इस्तेमाल की जाती है क्योंकि ये पौष्टिक और तेजी से उगने वाली होती है। मूली तेजी से उगती है लेकिन हो सकता है इतनी तेजी से न हो! मूली प्लांट हैबिटैट -02 (PH-02) अध्ययन के लिए इस्तेमाल की जाती है क्योंकि ये पौष्टिक होने के साथ तेजी से बढ़ती है और जेनेटिक तौर पर अंतरिक्ष में अक्सर अध्ययन किया जानेवाला पौधा अराबिडोप्सिस के बराबर है। मूली को एडवांस्ड प्लांट हैबिटेट में उगाया जाता है। एडवांस्ड प्लांट हैबिटेट पौधे के शोध के लिए विकास का चैंबर है। चैंबर एलईडी रोशनी और नियंत्रित खाद के साथ पानी, पौषण और ऑक्सीजन को पौधे की जड़ों तक पहुंचाता है