मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि मरकज की कुंभ से तुलना करना ठीक नहीं है। वहां मरकज में लोग एक ही हॉल में सोते थे। जबकि कुंभ केवल हरिद्वार तक सीमित नहीं है। मुख्यमंत्री वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि कुंभ मेला क्षेत्र ऋषिकेश से लेकर नीलकंठ क्षेत्र तक फैला है। स्नान के लिए 16 घाट हैं। अलग-अलग समय पर श्रद्धालु व साधु संत समाज के लोग स्नान कर रहे हैं। मरकज में एक ही हाल में कई कई लोग रहे। एक ही रजाई का अधिक लोगों ने इस्तेमाल किया। कुंभ की व्यवस्थाएं अलग हैं, इसलिए कुंभ की तुलना मरकज से करना सही नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार महाकुंभ 2021 के दूसरे शाही स्नान का आयोजन भी कोविड 19 की गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए दिव्यता व भव्यता के साथ संपन्न हो गया है। उन्होंने सुरक्षित और सफल आयोजन में सहयोग के लिए सभी सहयोगियों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि शाही स्नान में अखाड़ों के संत समाज से लेकर लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं ने हरिद्वार कुंभ 2021 में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। उन्होंने प्रशासन से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार बताया सोमवती अमावस्या पर हुए दूसरे शाही स्नान को लेकर श्रद्धालुओं में बहुत उत्साह रहा। सुबह आठ बजे तक ही 15 लाख श्रद्धालु स्नान कर चुके थे। वहीं स्नान के समापन तक करीब 35 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया।